पिंडी रूप में होते हैं दर्शन
पाडर उपखंड के छोटे से गांव मचैल में मां रणचंडी का दरबार है। यहां पर माता के दर्शन वैष्णो देवी दरबार की तरह पिंडी के रूप में होते हैं। बताया जाता है कि मां हिमाचल से यहां लोगों का उद्धार करने आई हैं। दुर्गम क्षेत्र होने के बावजूद लोगों में माता के दरबार के प्रति अगाध श्रद्धा है। कड़ी कठिनाइयों को पार कर लोग माता का आशीर्वाद लेने आते हैं।
संचालकों में हुआ था विवाद
गत वर्ष 22 अगस्त को जैसी ही छड़ी मचैल माता के दरबार में पहुंची तो वहां संस्था के दो घुटों में आपसी विवाद के बाद झपड़ हो गई थी। कुछ लोगों को मामूली चोटें भी आई थीं। पुलिस को बल प्रयोग कर मामले को ठंडा करना पड़ा था। उसी वक्त से पवित्र छड़ी यात्रा का त्रिशूल मचैल माता के मंदिर में ही रखा गया है। अभी तक विवाद कोर्ट में चल रहा है, जिस कारण यात्रा में पवित्र छड़ी के जाने की संभावना नहीं है।
दो कंपनियां देंगी हेलीकॉप्टर सेवाएं
यात्रा के दौरान इस वर्ष दो कंपनियां हेलीकॉप्टर सेवाएं भी देंगी। गुलाबगढ़ से मचैल के लिए 2270 रुपए एकतरफा किराया है। मगर यह किराया सिर्फ 80 किलोग्राम के वजन के लिए निर्धारित है। अगर किसी व्यक्ति का वजन 80 किलो से ज्यादा है तो उसे 150 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से अतिरिक्त चुकाने होंगे। इस बात को लेकर यात्रियों में रोष है। उनका कहना है कि अगर दो वर्ष से ज्यादा उम्र के बच्चे का किराया पूरा है तो 80 किलोग्राम से ज्यादा वजन वाले व्यक्ति से अतिरिक्त किराया क्यों वसूला जा रहा है।
जगह-जगह लगे लंगर
यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधाके लिए ठाठरी, प्रेम नगर, शालीमार, किश्तवाड़ जलना, सरकूट मंदिर, गलहार, गुलाबगढ़, अठोली, कुंडेल, चशोती, हमोरी दर्शन गेट, और मचैल दरबार में कई लंगर लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा किश्तवाड़ के सरकूट मंदिर में यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था मंदिर की धर्मशाला में की गई है। यहां लंगर की भी व्यवस्था होगी।
25 को होगा माता का जगराता
किश्तवाड़ के डीसी अंग्रेज सिंह राणा ने बताया कि इस बार मचैल यात्रा की देखरेख प्रशासन कर रहा है। 24 को जगराता होगा और 25 को सुबह हवन यज्ञ के साथ मंदिर दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा। मंदिर के सारे बंदोबस्त किए गए हैं। यात्रा के दौरान सरकारी कर्मचारी तैनात रहेंगे। लंगरों की इजाजत दे दी है। यात्रियों की सुविधा का भी ध्यान रखा जाएगा। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी यात्रा की तैयारियां पूरी हैं।