कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री केके विश्नोई ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देशन में वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट की अभिधारणा से भी उद्योगों को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि राज्यभर में रीप के माध्यम से जालोर जिले में 11695 करोड़ का एमओयू होना गर्व का विषय है। जालोर जिले में खनिज, ग्रेनाईट, टाईल उद्योग, पेट्रोल सहित पर्यटन के क्षेत्र में निवेश की भरपूर संभावनाएं है। सौर ऊर्जा के कारण वर्ष 2027 तक राज्य को बिजली खरीदनी नहीं पड़ेगी। उन्होंने निवेशकों को राज्य सरकार द्वारा हर संभव सहयोग का विश्वास दिलवाया।
जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे ने जिले में किए गए एमओयू व औद्योगिक गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में लघु भारती केके जैथलिया, जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र के महाप्रबंधक संग्रामराम देवासी, सीए मोहन पाराशर व सीए प्रवीण कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। समारोह में अतिथियों ने प्रतीकात्मक रूप से निवेशकों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में बतौर लघु उद्योग भारती के दिनेश गोयल व ग्रेनाईट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रकाश परमार मौजूद रहे।
एग्रो प्रोडक्ट में प्रबल संभावना
आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित अपने उद्बोधन में कहा कि जालोर जिले में जीरा, ईसबगोल सहित एग्रो फूड प्रोडक्ट की प्रबल संभावनाएं हैं। कृषि के क्षेत्र में उद्योग को बढ़ावा मिलने से जिले के युवाओं को रोजगार मिल सकेगा।
एमओयू किए, राइजिंग राजस्थान ब्रॉशर का किया विमोचन
इस अवसर पर अतिथियों ने रीप-2024 के तहत निवेशकों के साथ एमओयू किए गए। इसी के साथ जिले में राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर मीट और औद्योगिक विकास से संबंधित डॉक्यूमेंट्री का प्रदर्शन किया गया तथा राइजिंग राजस्थान ब्रॉशर का विमोचन किया गया।
निवेशकों को दें मान
राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने अपने उद्बोधन में कहा कि जालोर जिले के उद्यमी विद्युत उपकरण व स्टील उद्योग सहित हर क्षेत्र में भारत ही नहीं अपितु विश्वभर में अपना परचम लहरा रहे हैं। जिले के प्रवासी उद्यमी अपने गृह जिले में निवेश करें, इसके लिए सरकार एवं प्रशासन निवेशकों का मान-सम्मानपूर्वक हरसंभव सहयोग करें।