इस दौरान रविवार को राज्य सरकार के निर्णय के विरोध में समस्त व्यापार महासंघ ने संपूर्ण बाजार को बंद रखने की घोषणा करते हुए आंदोलन को समर्थन दिया। शहर में ऑटो रिक्शा ने रविवार को सामूहिक हड़ताल कर चार रास्ता से कचहरी तक ऑटो रिक्शा से महेन्द्र माली के नेतृत्व में रैली निकाली। सांचौर मुख्यालय पर आयोजित धरने को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा कि कमजोर जनप्रतिनिधियों की पैरवी व सरकार की दुर्भावना की वजह से सांचौर जिले को खत्म किया गया है।
जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जिसके लिए कितना भी बड़ा आंदोलन करना पड़े, किया जाएगा। उन्होंने सांचौर वासियों को आंदोलन के लिए तैयार रहने का आह्वान करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के भरतपुर जिले से अलग हुए डीग जिले की दूरी मात्र 35 किमी है।
उदयपुर से अलग हुए सलूम्बर की आबादी पांच लाख है, जिसकी दूरी 45 किमी है। इस तरह नए बने 17 जिलों में सांचौर की दूरी जालोर से सबसे अधिक 154 किमी है। लेकिन सरकारने द्वारा गलत तरीके से सांचौर को जिला का दर्जा खत्म किया। समस्त व्यापार महासंघ के अध्यक्ष हरिश पुरोहित, संघर्ष समिति के अध्यक्ष भीमाराम चौधरी ने भी विचार व्यक्त किए।