देश में पहली बार किसी सड़क पर रेज्ड रिब लगाए गए हैं। यह 12 इंच चौड़ाई की थर्मोप्लास्टिक की पट्टी है, जिसे 50-50 सेंटीमीटर दूरी पर रोड मार्किंग के ऊपर लगाया गया है। रेज्ड रिब आठ मिमी मोटी है, जबकि रोड मार्किंग तीन मिमी की मोटाई में है। यानी अगर वाहन बहका तो वह 11 मिमी की पट्टी पर चढ़ेगा। रेज्ड रिब की वजह से गाड़ी में कंपन होगा। इससे ड्राइवर की झपकी टूट जाएगी। हादसे की संभावना न के बराबर रह जाएगी। एक्सप्रेस-वे बना रहे यूपीडा के पैकेज वन के सहायक अभियंता सरोज कुमार यादव ने बताया कि देश में अब तक बने एक्सप्रेस-वे की तुलना में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के सुरक्षा मानक सर्वोच्च हैं। रेज्ड रिब अब तक देश के किसी एक्सप्रेस-वे में नहीं लगाई गई हैं। इससे हादसे निश्चित तौर पर कम होंगे। इस एक्सप्रेस-वे में कहीं पर भी स्पीड ब्रेकर नहीं हैं। इसके अलावा आस्ट्रेलियन लेड बीट्स की रोड मार्किंग भी बेहतरीन है, जो हेडलाइट पड़ते ही तेजी से चमक उठेगा।
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मुफ्त राशन पर यूपी सरकार का बड़ा फैसला, कार्ड धारकों को अब नहीं मिलेगा गेहूं 1984 में पहली बार इसका प्रयोग ब्रिटेन में किया गया। थर्मोप्लास्टिक से निर्माण, कम लागत, ज्यादा टिकाऊ।
इसे बिछाने को विशेष मशीन का प्रयोग होता है। कम दृश्यता में भी दूर से दृश्य, दिशा भ्रम नहीं होता है। यह भी पढ़े –
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