धार्मिक महत्व और पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने में योगदान
इन आदेशों में कहा गया है कि ऐसा देखा गया है कि कुछ लोग हरे आम, नीम, पीपल और बरगद के पेड़ों को अनावश्यक रूप से काट रहे हैं। इन पेड़ों का प्राचीन काल से ही धार्मिक महत्व है और पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने में इनका बहुत बड़ा योगदान है। इसके अलावा जंगली जानवरों और पक्षियों आदि का निवास स्थान आमतौर पर इन्हीं बड़े पेड़ों पर होता है। ऐसे पेड़ों के कटने से जहां पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, वहीं पक्षियों के आवास पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जिसके कारण पक्षियों की कई प्रजातियां विलुप्त होती जा रही हैं। इस कारण इनकी कटाई को रोकना जरूरी है।