जोश सातवें आसमान पर
नए साल का जश्न मनाने देश-विदेश से हजारों की तादाद में स्वर्णनगरी पहुंचे सैलानियों के साथ स्थानीय बाशिंदों का जोश नया साल लागू होते ही सातवें आसमान पर पहुंच गया। मंगलवार शाम ढलने से होटल्स व रिसोट्र्स में सैलानियों व अन्य आगंतुकों के सामने लोक कलाकारों ने चकरी, घूमर, कालबेलिया और भवई नृत्यों की पेशकश दी। इसके बाद शुरू हुुआ बॉलीवुड और पंजाबी पॉप गीतों पर थिरकने का सिलसिला। बाहर से बुलाए गए कलाकारों के साथ पर्यटक भी सुर से सुर मिलाने व थिरकने से खुद को नहीं रोक पाए।
लजीज व्यंजनों का इंतजाम
नए साल का स्वागत करने आए पर्यटकों के लिए विभिन्न लजीज व्यंजनों का बंदोबस्त किया गया। सम और खुहड़ी के रिसोट्र्स में हजारों की संख्या में सैलानी जुटे और धोरों के बीच नए वर्ष का जश्र अपनी पसंद के भोजन व पेय पदार्थों के साथ मनाया। नगर के सितारा होटलों में नववर्ष के जश्र को जायकेदार बनाने के लिए कई नवाचार किए गए। मेहमानों के लिए कई देशों की प्रसिद्ध डिशेज के साथ पारम्परिक राजस्थानी भोजन तैयार किया। साल के अंतिम दिन हजारों की संख्या में सैलानी उमड़ आए। शहर में प्रवेश करने वाले मार्गों पर चार पहिया वाहनों की कतारें दिखाई दी। दोपहर बाद स्थानीय बाशिंदे भी नए साल का जश्र मनाने की तैयारियों में जुटे। इस बार पुलिस ने जैसलमेर से सम जाने के लिए समय की पाबंदी नहीं रखी, वहीं सम से जैसलमेर आने वाले वाहनों के लिए रात 8 बजे के बाद से वैकल्पिक मार्ग पर यातायात की व्यवस्था की। जगह-जगह पुलिस के दस्तों ने वाहन चालकों की जांच की। सुबह से ही सोनार दुर्ग और गड़ीसर सरोवर आदि दर्शनीय स्थलों पर सैलानियों की रेलमपेल का नजारा दिखाई दिया। शहर के मुख्य बाजार भी सैलानियों से गुलजार नजर आए।