हकीकत: परेशानीय यह भी
गौरतलब है कि मंगला पशु बीमा योजना राज्य सरकार की ओर से शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य राज्य के पशुपालकों को उनके पशुओं के लिए आर्थिक सुरक्षा देना है। योजना के तहत पशुपालकों के पशुओं का बीमा नि:शुल्क किया जाता है। इसके लिए पशुपालकों को कोई प्रीमियम नही देना होता है। योजना में आवेदन के लिए पशुओं की टैगिंग जरूरी है। यह बीमा केवल उन पशुओं का होता, जिनका कोई बीमा नहीं हुआ है। यहां प्रथम श्रेणी चिकित्सालय बंद होने के कारण न तो योजना का प्रचार-प्रसार हो रहा है और न ही पशुओं के टैगिंग करने की ही कवायद हो रही है। ऐसे मेंपशुपालक चिंतित है। गौरतलब है कि मंगला पशु बीमा योजना के आवेदन की अंतिम तिथि पहले 12 जनवरी थी, जिसे बढ़ाकर अब 22 जनवरी कर दिया गया है। पशुपालक अपने पशुओं का बीमा भी नही करवा पा रहे है।
तीन-तीन दिन ड्यूटी
झिनझिनयाली प्रथम श्रेणी में पशु चिकित्सक व अन्य स्टाफ के पद रिक्त है। बैया व कुंडा दोनों पशुधन सहायकों को सप्ताह में तीन-तीन दिन की ड्यूटी झिनझिनयाली पशु चिकित्सालय पर लगाई गई है।-डॉ. उमेश वारंगटियार, संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग जैसलमेर