पूर्व में हो चुके हादसे
पोकरण स्थित 132 केवी जीएसएस से काली मगरी गांव जाने वाली विद्युत लाइनों के ढीले तारों की चपेट में आने से बीते डेढ़ दशक में दो पशु व दो इंसानों की जानें जा चुकी है। कुछ जगहों पर तो कई लोग घायल होकर जिंदगीभर के लिए दिव्यांगता से भी पीडि़त हो गए है।कस्बे के शिवपुरा व खींवज मंदिर के आसपास करीब एक दशक पूर्व कई लोग करंट की चपेट में आ गए थे।
घरों से छू कर निकल रहा है खतरा
कस्बे के शिवपुरा व माधोपुरा कच्ची बस्ती में हालात बहुत विकट है। यहां घरों के ठीक ऊपर से हाइटेंशन विद्युत तारें निकल रही है। साथ ही कुछ जगहों पर तो नीचे भी झूल रही है। जिसके कारण यहां हर समय बड़े हादसे का भय बना रहता है। बावजूद इसके जिम्मेदारों की ओर से तारों को अन्यत्र शिफ्ट करने को लेकर कोई कवायद देखने को नहीं मिल रही है।