एक ही परिवार में निवास कर रहे भाभी के निधन के बाद देवर ने भी दम तोड़ दिया। घटना के बाद क्षेत्र में शोक की लहर छा गई। फलसूंड गांव निवासी शांतिदेवी (80) पत्नी ताराचंद टावरी का सोमवार को दोपहर करीब 3 बजे निधन हो गया। उसका एक पुत्र परिवार के साथ प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में गया हुआ था और दूसरा पुत्र सूरत में व्यापार करता है। ऐसे में अन्य परिजनों ने शव घर में रख दिया और उन्हें सूचना दी। वे भी महाकुंभ व सूरत से फलसूंड के लिए रवाना हो गए। घर में रखे शांतिदेवी के शव के पास परिवार, समाज के लोग व पड़ौसी बैठे थे। इस दौरान ताराचंद के छोटे भाई व शांतिदेवी के देवर मदनलाल (70) भी यहीं बैठे थे। शाम करीब 6 बजे मदनलाल भी अचेत हो गए। पास बैठे लोगों ने संभाला तब तक उनका भी निधन हो गया था।
केवल 3 घंटों में एक ही परिवार के दो सदस्यों के निधन की सूचना क्षेत्र में शोक की लहर छा गई। परिवारजनों व समाज के अलावा क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। परिवारजन व रिश्तेदार भी देर रात गांव पहुंचे। मंगलवार को सुबह भाभी-देवर की शव यात्रा एक साथ निकाली गई। बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लेकर नम आंखों से विदाई दी।