घटना पर पुलिस ने बताया कि सोमवार को जैसलमेर में पाकिस्तान सीमा के पास एक 60 वर्षीय व्यक्ति को बचाया गया, जिसे उसकी बहू के परिवार ने अगवा कर लिया था। लड़की पक्ष का परिवार अंतरजातीय विवाह करने से नाराज थे। शनिवार को दूल्हे के परिवार को धमकियां दी। इसके बाद हमला कर दूल्हे के पिता को अगवा कर लिया।
लोकेशन की जानकारी चाहता था दुल्हन पक्ष का परिवार
दरअसल,
शादी के बाद दूल्हा को दुल्हन पक्ष की ओर से जान से मारने की धमकियां मिलने लगी। जान की खतरा को देखते हुए दूल्हा-दुल्हन घर से भागकर अनजान लोकेशन पर रह रहा था। दुल्हन के परिवार के सदस्यों ने पति-पत्नी के ठिकाने का पता लगाने के लिए दूल्हे के पिता का अपहरण कर लिया।
हाईकोर्ट ने दिए सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश
अलग-अलग समुदायों से ताल्लुक रखने वाले युगल ने अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग करते हुए राजस्थान उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। उच्च न्यायालय ने पुलिस को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। बाद में दोनों वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के समक्ष पेश हुए। दोनों ने साथ रहने की इच्छा जताई। इस पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया। अपहरण के बाद, पुगल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस की एक टीम ने सोमवार को मोहनगढ़ के पास अपहरणकर्ताओं को पकड़कर दूल्हे के पिता को बचा लिया है और एक संदिग्ध को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।