-साइबर के एक्सपर्ट बताते है कि अनजाने नंबरोंं से मिलने वाले मैसेज से सावधान रहे।
-मैसेज को खोलने से पहले यदि कोई इमोजी जैसी चीजें दिखाई दे, तो उस मैसेज को पढने से पूर्व ही डिलीट कर दें।
-यदि कोई व्यक्ति मैसेज को खोल भी देता है, तो मोमो चैलेंज को स्वीकार नहीं करें।
-बहुत से लोग अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स को व्हाट्सअप नंबर, मोबाइल नंबर, मेल अकाउंट में अटैच कर लेते है। यह बेहद खतरनाक है।
-ऐसे में व्यक्ति को अपनी एकाउंट्स सेटिंग्स तत्काल बदल कर सभी को एकाउंट्स को अलग कर लेना चाहिए।
विशेषज्ञ बताते है कि उन अभिभावकों को खास सहुलियत बरतने की जरूरत है, जो अपने बच्चों को छोटी उम्र में ही स्मार्टफोन थमा देते है। बच्चों केे हाथ में मोबाइल आते ही वह सबसे पहले कार्टून और फिर गेम सर्च करने लगते है। ऐसे में अभिभावक उन्हें इन दोनों चीजों से दूर करने के लिए प्रेरित करें और डांट फटकार की बजाय बच्चों से बात कर उन्हें समझाएं कि किस तरह का खतरा उनके नजदीक मंडरा रहा है। सबसे ज्यादा जरूरी है कि वह बच्चों को इस बात के लिए रजामंद करें कि वह अनजाने में कोई गलती कर भी देते है, तो उसे छिपाने की बजाय इसकी जानकारी तत्काल परिजनों को दें। इसी प्रकार शिक्षकों को भी विद्यालयों में ध्यान देने की जरुरत है कि कोई विद्यार्थी टेंशन में है अथवा उसके चेहरे पर उदासी है या नहीं। यदि विद्यार्थी की कोई हरकत अजीब लगती है, तो तत्काल अभिभावकों को इसकी सूचना देनी चाहिए। भारत सहित दुनियाभर के कई देशों में मोमो चैलेंज के मामले सामने आ चुके है। इसके बाद प्रशिक्षक हैकर्स ने कुछ नंबरों को ट्रेस किया है, जिनसे मोमो चैलेंज के आवेदन मिल रहे है। इन नंबरों से सावधान रहने की जरूरत है।