1. चिकित्सा सेवाओं का कायाकल्प
जैसलमेर जैसे पिछड़े जिले की सबसे बड़ी जरूरतों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं हैं। इसके लिए मेडिकल कॉलेज व नए जिला अस्पताल के निर्माण की प्रक्रिया रामगढ़ मार्ग पर जारी है। दोनों कार्य 31 मार्च, 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इस कार्य के पूर्ण होने से स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति आने की उम्मीद है।
2. विकसित रेलवे स्टेशन
जैसलमेर के रेलवे स्टेशन के कायाकल्प करने का काम रेलवे की ओर से करवाया जा रहा है। करीब 140 करोड़ रुपए की लागत से करवाए जा रहे विभिन्न कार्य पूर्णता की ओर अग्रसर हैं। यह 2024 में पूर्ण होना था, जिसमें देरी हुई है। अब नए साल 2025 में इसके पूरा होने की उम्मीद है। जैसलमेर स्टेशन की मुख्य इमारत 8227 वर्गमीटर के क्षेत्रफल में होगी। स्टेशन का पुनरुद्धार व विकास कार्य 48315 वर्गमीटर क्षेत्र में करवाया जा रहा है।
3. पूरा होगा टाउन हॉल
जैसलमेर शहर में डेडानसर मैदान के एक हिस्से में टाउन हॉल का निर्माण का बकाया कार्य एक दशक पूर्व शुरू हुआ था और विभिन्न कारणों से यह अटका रहा। राज्य सरकार ने शेष कार्य के लिए 19.53 रुपए स्वीकृत किए, जिसकी टेंडर प्रक्रिया के बाद कार्य शुरू हुआ। इस साल में यह कार्य पूर्ण होने की उम्मीद है।
4. सीमा पर विकसित होगा पर्यटन
जैसलमेर के पर्यटन विकास में बॉर्डर ट्यूरिज्म अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार है। तनोट और बबलियानवाला पोस्ट पर विकास कार्य करवाए गए हैं। हाल में मुख्यमंत्री ने जयपुर में बैठक लेकर तनोट में योजनाबद्ध ढंग से मास्टर प्लान के अनुरूप कार्य करवाने के दिशा निर्देश दिए हैं। सम क्षेत्र में बीएसएफ का थीम पार्क शुरू हो गया है। पर्यटकों के लिए सीमा दर्शन व्यवस्था हो चुकी है।
5. सीमेंट उद्योग का विकास
जिले में सीमेंट उद्योग की स्थापना की कवायद तेजी से आगे बढ़ रही है। राज्य सरकार ने दो कम्पनियों को पारेवर और खींया गांवों में जमीन आवंटन कर दिया है। इससे दो बड़े आकार के सीमेंट कारखाने खुलने से हजारों लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
6. गड़ीसर का विकास
गड़ीसर लेक सौन्दर्यीकरण परियोजना के तहत आरयूआइडीपी की तरफ से 21.99 करोड़ रुपए की लागत के कार्यं करवाए जा रहे हैं। गड़ीसर के संपूर्ण विकास और सौन्दर्यीकरण के लिए कुल 66 करोड़ रुपए की डीपीआर बनाई गई थी। यह कार्य पूरा होने से गड़ीसर की आभा निखर जाएगी।
7. महात्मा गांधी पार्क
जैसलमेर के एयरफोर्स चौराहा पर खाली पड़ी जमीन पर करीब 6 करोड़ रुपए की लागत से महात्मा गांधी पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है। यह कार्य पूर्व में पुरातत्व विभाग की मंजूरी के लिए अटका हुआ था, जो अब शुरू हो गया है।
8. जीरा मंडी शुरू हो
जीरा उत्पादन में जैसलमेर जिला प्रदेश के अग्रणी जिलों में शामिल है। गत बजट में राजस्थान सरकार ने जैसलमेर में जीरा मंडी की स्थापना करने का निर्णय लिया, लेकिन शुरू नहीं हो सकी है। इस साल में यह सौगात जिले के किसानों के हितों का संरक्षण करने वाली सिद्ध होगी।
9. स्थायी वायु सेवा का संचालन
जैसलमेर में स्थायी हवाई सेवा शुरू होने से पर्यटन और व्यापार में तेजी आएगी। यह सुविधा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करेगी। इसके साथ ही हवाई संपर्क से शहर का आर्थिक और सामाजिक विकास होगा। स्थानीय लोगों को व्यापार के नए अवसर मिलेंगे, और जैसलमेर की पहुंच प्रमुख शहरों से आसान हो जाएगी।
10. रोडवेज बस अड्डे का निर्माण
जैसलमेर में आधुनिक बस अड्डा बनने से यात्रियों को बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी। इससे परिवहन व्यवस्था सुव्यवस्थित होगी और यात्री ट्रैफिक सुगम बनेगा। बस अड्डे पर शॉपिंग सेंटर और यात्री प्रतीक्षालय जैसे ढांचे विकसित किए जा सकते हैं।
11. जैसलमेर दुर्ग का संरक्षण
विश्व धरोहर स्थल सोनार दुर्ग की मरम्मत और संरक्षण कार्य तेज गति से किए जाएं। दीवारों की मरम्मत और जल निकासी प्रणाली की देखभाल से यह धरोहर सुरक्षित रहेगी। दुर्ग के संरक्षण से पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और स्थानीय व्यवसायों को लाभ होगा।
12. हर घर नल योजना का विस्तार
शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए हर घर नल योजना को सुदृढ़ किया जाए। रेगिस्तानी इलाकों में जल संकट दूर करने के लिए पानी की पाइपलाइन और जलाशयों का निर्माण किया जाए। इससे जल स्तर में सुधार होगा।
13. सार्वजनिक परिवहन का सुधार
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच परिवहन नेटवर्क को मजबूत बनाया जाए। इसके तहत बस सेवाओं का विस्तार और नए रूट्स की योजना बनाई जाए। यह स्थानीय निवासियों और पर्यटकों के लिए फायदेमंद होगा।
14. नई पर्यटन स्थलों की पहचान
जैसलमेर के आसपास के क्षेत्रों में नए पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाए। जैसे कि प्राचीन मंदिर, झीलें और अछूते गांवों को शामिल किया जाए। यह सैलानियों के लिए जैसलमेर को और अधिक आकर्षक बनाएगा।
15. सोलर एनर्जी का विस्तार
जैसलमेर को सौर ऊर्जा के हब के रूप में स्थापित किया जाए। इस दिशा में बड़े निवेश और सोलर पार्क विकसित किए जाएं। यह न केवल ऊर्जा जरूरतें पूरी करेगा बल्कि रोजगार के नए अवसर भी देगा।
16. ऊंट पर्यटन को प्रोत्साहन
ऊंट सफारी को और आकर्षक बनाने के लिए विशेष रूट का विकास और आयोजन किए जाएं। ऊंट पालकों को आर्थिक मदद और प्रशिक्षण देकर इस उद्योग को बढ़ावा दिया जाए।
17. स्वच्छता अभियान का विस्तार
शहर और पर्यटन स्थलों पर स्वच्छता और कचरा प्रबंधन के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाए। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और रीसाइक्लिंग की प्रक्रिया को मजबूत किया जाए। 18. डिजिटल शिक्षा को प्रोत्साहन
स्कूलों और कॉलेजों में डिजिटल क्लासरूम और ऑनलाइन शिक्षा सुविधाएं प्रदान की जाएं। इससे छात्रों को आधुनिक शिक्षा प्रणाली का लाभ मिलेगा।
19. महिला उद्यमिता को प्रोत्साहन
महिलाओं के लिए स्वरोजगार योजनाएं और कौशल विकास कार्यक्रम चलाए जाएं। यह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएगा और परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा। 20. बाढ़ सुरक्षा और जल निकासी योजनाएं
भारी बारिश के समय बाढ़ से बचाव के लिए जल निकासी प्रणालियों को मजबूत किया जाए। प्रभावित क्षेत्रों में जलभराव रोकने के लिए स्थायी समाधान खोजा जाए।
21. सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
स्थानीय त्योहारों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भव्य आयोजन किया जाए। यह जैसलमेर की संस्कृति को बढ़ावा देगा और पर्यटन को नई ऊंचाई पर ले जाएगा। 22. उद्योग और व्यापार मेले का आयोजन
जैसलमेर में व्यापार और उद्योग मेले का आयोजन कर स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा दिया जाए। ऐसा करने से बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलने के साथ स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन मिल सकेगा।
23. नए पार्किंग स्थलों का निर्माण
शहर में नए और आधुनिक पार्किंग स्थलों का निर्माण समय की मांग है। महाराणा प्रताप मैदान में अंडरग्राउंड पार्किंग का कार्य इस वर्ष में पूरा हो। 24. खेल परिसरों का निर्माण
युवाओं को खेल में प्रोत्साहन देने के लिए आधुनिक खेल परिसरों की स्थापना की जाए। इंदिरा इंडोर स्टेडियम में बास्केटबॉल अकादमी से जैसलमेर इस खेल में चमक बिखेर रहा है। उससे प्रेरणा ली जाए।
25. सडक़ सुरक्षा अभियान
जिले में सडक़ दुर्घटनाएं निरंतर बढ़ती जा रही है। इस पर नियंत्रण के लिए जागरूकता अभियान और ट्रैफिक प्रबंधन पर जोर दिया जाए। जोखिमपूर्ण सडक़ों को भी सुधारा जाए।