उत्तर पूर्वी जिलों में जमकर बरसे मेघ पिछले 24 घंटे में दौसा, भरतपुर और करौली जिले में भारी बारिश दर्ज की गई। दौसा के सिकराय में 195, भरतपुर के बैर में 145 और अलवर के कोटकासिम में 115 मिमी बारिश मापी गई। मौसम विभाग ने आज मानसून ट्रफ लाइन फिर से हिमालय की तरफ शिफ्ट होने पर प्रदेश के अधिकांश भागों में मानसूनी गतिविधियां कमजोर पड़ने का पूर्वानुमान जताया है। पूर्वी राजस्थान में 26 से 30 अगस्त तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
जयपुर में उमस से आंशिक राहत राजधानी में पिछले 24 घंटे में गिरी छिटपुट बौछारों के साथ हवा की दिशा में हुए बदलाव से उमस और गर्मी से थोड़ी राहत मिली। हालांकि आज सुबह भी शहर में छितराए बादलों की आवाजाही जारी रही। शहरवासियों को अब भी झमाझम बारिश का दौर शुरू होने की उम्मीद है।
इस बार बीसलपुर बांध से मायूसी मानसून तंत्र कमजोर पड़ने के साथ ही अब राजधानी की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध के छलकने की संभावना फिलहाल कम नजर आ रही है। हालांकि मौसम विभाग ने सितंबर माह में भी प्रदेश में मानसून सक्रिय रहने पर बारिश होने की संभावना जताई है। लेकिन रोजाना घट रहे बांध के जलस्तर से बांध ओवरफ्लो होने की उम्मीदों पर अभी फिलहाल पानी फिरता नजर आ रहा है। पिछले 24 घंटे में बांध का जलस्तर एक सेंटीमीटर घटकर 313.94 आरएल मीटर दर्ज किया गया है जो बांध के पूर्ण भराव से 1.56 मीटर दूर है। मालूम हो बांध की पूर्ण जलभराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है और आगामी दिनों में भीलवाड़ा और चित्तौडगढ़ जिले में भारी से अतिभारी बारिश होने पर सहायक नदियों में पानी की बंपर आवक ही बीसलपुर बांध को लबालब कर सकती है।