विशेष रूप से पूर्वी राजस्थान में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। विभाग के अनुसार, इस क्षेत्र में 27 सितंबर से बारिश की गतिविधियां तेज हो जाएंगी। कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश होने की संभावना है, जिससे संभावित जलभराव की स्थिति बन सकती है। किसानों और आम जनता को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, ताकि वे मौसम की इस करवट का सही तरह से सामना कर सकें।
राजस्थान में इस साल बारिश का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। एक जून से 20 सितंबर तक की वास्तविक वर्षा के आंकड़े बताते हैं कि पूरे प्रदेश में औसतन 426 मिमी की जगह 671 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 58 फीसदी अधिक है। पूर्वी राजस्थान में सामान्य वर्षा 609 मिमी मानी जाती है, जबकि इस बार 908.8 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 49 फीसदी ज्यादा है। वहीं पश्चिमी राजस्थान में भी 275 मिमी की जगह 481 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 75 फीसदी अधिक है।
मौसम की यह अनिश्चितता बताती है कि मानसून इस बार न केवल समय पर आया, बल्कि जमकर बरसा भी, जिससे किसानों और स्थानीय निवासियों को बड़ी राहत मिली है।