अनिरुद्ध का आयोजन स्थल पर पहुंचना हालांकि कर्नल बैंसला से मिलने का बताया जा रहा है, पर एक पारिवारिक व सामाजिक मायना और निकाला जा रहा है। कुछ जानकारों का मानना है कि विश्वेन्द्र सिंह की धर्मपत्नी व अनिरुद्ध की मां दिव्या सिंह गुर्जर समाज से हैं और भरतपुर के गुर्जर समाज में दिव्या सिंह की अच्छी पकड़ भी है। ये वजह भी अनिरुद्ध के गुर्जर महापन्हायत को समर्थन की मानी जा रही है।
कर्नल किरोड़ी बैंसला के पुत्र विजय बैंसला ने कहा कि अनिरुद्ध पहले ऐसे जाट नेता है जो समाज के संघर्ष में साथ में खड़े हैं। जिस पर बाद में अनिरुद्ध ने कहा कि उनके पिता विश्वेन्द्र सिंह का यहां पर नहीं आने की वजह पूर्व के आंदोलन में उनकी मौजदूगी में हुए समझौते की पालना नहीं होना है। ऐसे में वह यहां आकर समाज को क्या कहते। यही वजह है कि उनकी जगह वे यहाँ पहुंचे हैं।
विश्वेन्द्र पुत्र अनिरुद्ध के महापंचायत स्थल पर पहुँचने के पहले ही कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि जब वे वहां पहुँच गए तब इस कयास स्पष्ट हो गए। अनिरुद्ध के पहुँचते ही वहां मौजूद कई युवा उनकी तस्वीर-वीडियो लेने को आतुर दिखाई दिए। उनका माला पहनाकर अभिनन्दन भी किया गया। समाज ने भी उनकी मौजूदगी पर सभास्थल से ख़ुशी जताई।
गहलोत सरकार के मौजूदा कार्यकाल में ही कैबिनेट मंत्री राजे डीग-कुम्हेर विधायक विश्वेन्द्र सिंह के पुत्र अनिरुद्ध भरतपुर पिछले कुछ दिनों से लगातार सरकार विरोधी बयान दे रहे हैं। यहाँ तक कि उन्होंने सरकार पर उनकी पूरी टीम के फोन सर्विलांस में लेने तक के आरोप लगाए हैं। वहीं गुर्जर महापंचायत को खुलकर समर्थन देते हुए उन्होंने पुलिस-प्रशासन की कार्यशैली पर भी कई सवाल उठाये हैं।
विश्वेन्द्र सिंह के पुत्र ने एक ट्वीट प्रतिक्रिया में गुर्जर महापंचायत को समर्थन देते हुए खुलकर पैरवी की थी। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘’कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला भरतपुर के अड्डा, बयाना में गुर्जर समाज की महापंचायत करेंगेl भरतपुर की पावन धरा पर आपका स्वागत है। महापंचायत में पधारे गुर्जर समाज की सेवा का मौका मिलना भरतपुर विकास समिति के लिए भी एक सौभाग्य का विषय होगा।‘’
एक अन्य ट्वीट में अनिरुद्ध भरतपुर ने लिखा, ‘’यह कहाँ की डेमोक्रेसी है? कल कर्नल करोड़ी सिंह बैंसला जी महापंचायत कर रहे हैं और पुलिस द्वारा रास्ता रोका जा रहा है। क्या यही लोकतंत्र है?’’
अनिरुद्ध भरतपुर ने सरकार के खिलाफ आन्दोलन की राह पकड़ने वाले कर्नल बैंसला की जमकर तारीफ की है। ‘’मेरे हिन्दुस्तान लौटने के बाद ये पहली बार है जब कर्नल बैंसला भरतपुर जिले में महापंचायत कर रहे हैं। मुझे उनके काम और आचार-विचार का कायल हूँ। मैं उनका भरतपुर, मेरे घर की पवित्र भूमि में स्वागत करता हूं।‘’