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आसमान में छूट की बारिश… दीपोत्सव पर खास ऑफर! जानें एयरलाइन कंपनियों ने कितना घटाया हवाई किराया… प्रदेश में रेलवे ने जिस उत्साह के साथ वंदेभारत ट्रेनों का संचालन शुरू किया था, वैसा उत्साह यात्रियों में नहीं दिख रहा। उदयपुर से जयपुर, आगरा और जोधपुर से साबरमती की वंदेभारत ट्रेनें खाली चल रही हैं। हालांकि अजमेर से दिल्ली- चंडीगढ़ के बीच चलने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस में यात्रीभार बेहतर है। बाकी ट्रेनों में यात्रीभार कम ही है। यह भी देखने में आया है कि जिन यात्रियों ने वंदेभारत एक्सप्रेस में सफर किया है, उनमें ज्यादातर ने सामान्य चेयर कार का टिकट लिया है।
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मैदानी इलाकों में गुलाबी सर्दी की रंगत… जानें प्रदेश में रात में कैसा रहा मौसम का मिजाज… परिवार के संग यात्रा वजह रेलवे अधिकारियों के अनुसार, खासकर त्योहारी और पर्यटन सीजन में यात्रियों की एक बड़ी संख्या परिवार के साथ सफर करती है। समस्या यह है कि वंदेभारत ट्रेनों का किराया सामान्य ट्रेनों की तुलना में कई गुना अधिक है। इसी कारण लोग परिवार के साथ इन ट्रेनों में सफर करने से परहेज कर रहे हैं।
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दीपावली 31 अक्टूबर को या एक नवंबर को! असमंजस बरकरार.. जानें कौनसा दिन रहेगा शुभ… वेटिंग लिस्ट का बुरा हाल इस बीच दिवाली पर जयपुर से श्रीगंगानगर.गुवाहाटी ट्रेन में स्लीपर क्लास में वेटिंग लिस्ट 200 पार पहुंच गई है। जबकि थर्ड एसी बुकिंग में 50 वेटिंग मिल रही हैं। ऐसा ही हाल जयपुर से पटना जाने वाली जियारत एक्सप्रेस, जोधपुर- हावड़ा, मरूधर एक्सप्रेस, अजमेर-जम्मूतवी और आश्रम एक्सप्रेस समेत लंबी दूरी की ट्रेनों में भी देखा जा रहा है। वर्तमान में तत्काल कोटे में भी यात्रियों को कंफर्म टिकट नहीं मिल रही और ज्यादातर को वेटिंग ही मिल रही है। ऐसे में यात्री वंदेभारत ट्रेन को दूसरा विकल्प चुन सकते हैं।
पूछताछ में पता चला कि रेलवे ने इन वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनों में यात्रीभार बढ़ाने के लिए रूट का विस्तार किया और फेरे घटाए। लेकिन ये प्रयास अधिक सफल नहीं हुए। उदाहरण के लिए अजमेर- दिल्ली कैंट वंदेभारत एक्सप्रेस को चंडीगढ़ तक चलाया जा रहा है और उदयपुर- जयपुर वंदेभारत के फेरे घटाकर उसे तीन दिन उदयपुर से आगरा तक चलाया जा रहा है। जल्द ही जोधपुर- साबरमती वंदेभारत ट्रेन के भी फेरे घटाकर आगरा तक चलाने की योजना है।