पुलिस की मानें तो बदमाशों ने 23 अगस्त को ही खाटूश्याम में चेन लूट की वारदात को अंजाम दिया था, लेकिन पीड़ित ने रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई थी। बदमाशों को पकड़ने के लिए थाना प्रभारी प्रदीप शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने 50 किलोमीटर के दायरे में 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले और हासिम शेख उर्फ साहिल (39) पुत्र कादिर शेख, निवासी सैंधवा जिला बड़वानी, मध्य प्रदेश व अकरम हुसैन (26) पुत्र नूर मोहम्मद निवासी रेलवे स्टेशन के पास करेरा रामनगर दतिया, मध्य प्रदेश को डायमंड परिसर के पास संजय नगर, झोटवाड़ा
जयपुर से गिरफ्तार किया। दोनों लंबे समय से जयपुर में ही रह रहे थे।
थाना प्रभारी ने बताया कि 23 अगस्त को केशव नगर निवासी जैन समाज के अध्यक्ष राजेन्द्र जैन ने मामला दर्ज करवाया था कि लक्ष्मीनाथ मंदिर के पास जैन मंदिर में निर्माण कार्य चल रहा है। दोपहर में निर्माण कर रहे कारीगर के फोन से एक व्यक्ति ने निर्माण में दान देने की इच्छा जताई। उसके कहे अनुसार वह उसे अपने घर ले गया और पीड़ित के घर पर आभूषणों में दान राशि रखवा दी और शाम को आभूषणों से नोट निकालने को कहा। इसके बाद बदमाश ने सम्मान के साथ घर के बाहर तक छोड़क आने को कहा।
इसके बाद शक होने पर आभूषण व नोट संभाले, लेकिन ना तो रुपए मिले और ना ही आभूषण। बदमाश जैन के घर से चार सोने की चूड़ी, एक सोने की चेन, एक सोने का मंगलसूत्र, दो सोने के कड़े और एक सोने की अंगूठी आदि 15 लाख रुपए कीमत के आभूषण ले गए थे। इस पर थाना प्रभारी के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर हेड कांस्टेबल मंगलचंद, पवन काजला, ख्यालीराम, कांस्टेबल महेश, नरेंद्र सिंह, मूलचंद, शंकरलाल, सुप्रीम, सुरेश और तकनीकी शाखा के रमेश ताखर व रामचंद्र आदि को शामिल किया।
बार-बार कपड़े बदले
थानाधिकारी ने बताया कि चौमूं में वारदात के करने के बाद दोनों आरोपियों ने फरार होने के दौरान हर 10 किलोमीटर पर अपने कपड़े बदले और हर समय टोपी, चश्मा और मास्क लगाए रखा।
दिल्ली जाता था मुख्य आरोपी
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी हासिम शराब, तंबाकू के अलावा जहरील सांप से जीभ को डसवाता था। इसके लिए वह महीने में दो बार दिल्ली जाता और अफ्रीकन प्रजाति के सांप से जीप को डसवाता। वारदात भी शौक पूरे करने के लिए करते बताए। बिना नंबर की बाइक से हुए थे फरार
थाना प्रभारी ने बताया कि वारदात को एक बदमाश ने अंजाम दिया, लेकिन उसके साथ एक और सहयोगी थी, जो बिना नंबर की बाइक लेकर तैयार था। वारदात के बाद दोनों बदमाश फरार हो गए। उन्होंने न तो फोन का इस्तेमाल किया और ना ही चेहरे से मास्क हटाया। इनको पकड़ना बड़ी चुनौती था, लेकिन शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालते हुए पुलिस टीम झोटवाड़ा पहुंची, जहां एक-एक व्यक्ति से उसकी फोटो दिखाकर जानकारी ली। तभी दोनों बदमाशों के ठिकाने का पता चला और उनको दबोच लिया।
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पुलिस ने बताया कि बदमाशों से ठगी करने की कई और वारदातें खुलने की संभावना है। चौमूं में ठगी की तरह ही खाटूश्यामजी क्षेत्र में भी वारदात की थी। थानधिकारी ने बताया कि स्पेशल टीम के कांस्टेबल नरेन्द्र सिंह, महेश और शंकरलाल की भूमिका विशेष रही।