7 योजनाओं के नाम बदले, ‘इंदिरा महिला’ शब्द हटाया
राज्य सरकार ने कांग्रेस सरकार की महिला एवं बाल विकास विभाग से जुड़ी 7 योजनाओं के नाम बदल दिए। इन योजनाओं के नाम के आगे ‘इंदिरा महिला’ जुड़ा हुआ था, जिसे हटा दिया गया है। पूर्ववर्ती सरकार ने 2019-20 के बजट में प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी महिला शक्ति निधि की घोषणा की थी। इसके लिए 1000 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया था। इसके बाद महिला एवं बाल विकास विभाग ने 18 दिसम्बर 2019 को ये योजना शुरू की। इनमें 6 योजनाओं का नाम इंदिरा गांधी के नाम पर रखा गया।Rajasthan by-election : हॉट सीट दौसा में किरोड़ीलाल मीना के भाई से कौन कांग्रेसी उम्मीदवार करेगा मुकाबला! जानें
शिक्षा सेतु योजना को किया मर्ज
सरकार ने शिक्षा सेतु योजना को भी कालीबाई भील महिला संबल योजना में मर्ज कर दिया है। वर्ष 2019-20 में शुरू हुई इस योजना का उद्देश्य विद्यालयों से ड्रॉप आउट हो चुकी बेटियों और औपचारिक शिक्षा से वंचित महिलाओं को राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल के माध्यम से माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा से जोड़ना है।सिर्फ नाम बदले, काम वही
भाजपा सरकार ने कांग्रेस सरकार के समय शुरू की गई इन योजनाओं के नाम ही बदले हैं। काम पहले की तरह ही होंगे। इस बारे में विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो सिर्फ नाम बदलने की पुष्टि की गई।दो योजनाओं को मर्ज कर एक किया
पहले : इंदिरा महिला शक्ति सम्मान एवं प्रोत्साहन योजना और इंदिरा महिला शक्ति केन्द्र।अब : पन्नाधाय सुरक्षा एवं सम्मान योजना