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जयपुर

खुद के पास डॉक्टर नहीं, चले औरों का इलाज कराने

मण्डोर सेटेलाइट अस्पताल में डॉक्टरों के पद खाली होने के बावजूद एक सर्जन सहित तीन डॉक्टरों को प्रतिनियुक्ति पर सिरोही लगा दिया।

जयपुरJan 23, 2016 / 12:02 pm

Santosh Trivedi

मण्डोर सेटेलाइट अस्पताल में डॉक्टरों के पद खाली होने के बावजूद एक सर्जन सहित तीन डॉक्टरों को प्रतिनियुक्ति पर सिरोही लगा दिया। विरोध के बाद एक डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति रद्द की गई है। पावटा जिला अस्पताल से भी एक एनस्थेटिक को सिरोही भेजा गया है। दरअसल चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ शनिवार को सिरोही के जिला अस्पताल में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार का उद्घाटन करेंगे। उनके दौरे को देखते हुए जोधपुर के तीन डॉक्टर सिरोही लगाए गए हैं।

मण्डोर सेटेलाइट अस्पताल में डॉक्टरों के 22 पद में से चार पद खाली हैं। फिर भी सर्जन डॉ. मनीष मण्डोरा और चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र सोलंकी को अग्रिम आदेशों तक सिरोही भेजा गया है। मण्डोर अस्पताल में प्रतिदिन 550 से 600 मरीजों का आउटडोर होता है। एेसे में दो डॉक्टरों की कमी से चिकित्सा सेवाएं प्रभावित होगी। मण्डोर सेटेलाइट अस्पताल में माणकलाव, रामपुरा, सूरपुरा, दईजर, टूंट की बाड़ी, आंगणवा, करवड़, बावड़ी, जसवंत सागर सहित आसपास के कई गांवों के मरीज आते हैं। मण्डोर और करवड़ थाने के अंतर्गत होने वाली दुर्घटनाओं के कई मरीजों को पुलिस एमडीएम अस्पताल पहुंचाने से पहले एहतियात के तौर पर मण्डोर अस्पताल ले जाती है।

डेंटिस्ट नहीं इसलिए बच्चे को किया रैफर
लालसागर चाणक्य नगर निवासी 15 वर्षीय विवेक शुक्रवार शाम को चैनपुरा स्थित अमृतलाल गहलोत स्टेडियम के पास ट्यूशन से साइकिल पर घर आ रहा था। रास्ते में सड़क पर बने एक बड़े गड्डे में साइकिल गिरने से विवेक के छह दांत टूट गए। परिजन विवेक को मण्डोर सेटेलाइट अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन अस्पताल में दंत रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं होने से विवेक का प्राथमिक उपचार करने के बाद उसे एमडीएम अस्पताल रैफर कर दिया गया।

सिजेरियन डिलिवरी भी नहीं होती
मण्डोर अस्पताल में स्त्रीरोग विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, दंत रोग विशेषज्ञ और नाक-कान-गला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर के पद खाली पड़े हैं। एेसे में अस्पताल में सामान्य प्रसव तो होता है लेकिन सिजेरियन प्रसव के लिए मेडिकल कॉलेज के अस्पताल रैफर कर दिया जाता है।

कलक्टर ने कहा- मैं देखता हूं
युवक कांग्रेस के जिला सचिव लक्ष्मण सोलंकी ने चिकित्सा विभाग की ओर जोधपुर के डॉक्टरों को सिरोही लगाने की शिकायत कलक्टर प्रीतम बी यशंवत से की। कलक्टर ने पूरा मामला सुनने के बाद इसकी जांच करवाने का आश्वासन दिया।

सिरोही में भी डॉक्टर नहीं है
सिरोही में डॉक्टरों की काफी कमी है इसलिए अस्थाई तौर पर जोधपुर के तीन डॉक्टरों को सिरोही लगाया गया है। वहां व्यवस्था समुचित होने पर डॉक्टरों को वापस जोधपुर भेज दिया जाएगा।
डॉ. संजीव जैन, संयुक्त निदेशक, चिकित्सा विभाग

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