तीन माह डेम हैं। इनमें से एक राजस्थान में है तो बाकी दोनों एमपी के धार जिले में हैं। खास बात यह कि तीनों बांधों के नाम भी माही डेम है। यह अलग बात है कि बांसवाड़ा में स्थित माही बजाज सागर बांध की क्षमता सबसे ज्यादा 77 टीएमसी जलसंग्रहण की है, जबकि मध्यप्रदेश के धार जिले में स्थित दोनों माही डेम की क्षमता करीब 200 एमसीक्यू ही है। एक टीएमसी में 1000 एमसीक्यू पानी आता है।
मध्यप्रदेश से निकलती माही नदी पर बने तीन बांधों में से दो मध्यप्रदेश के धार जिले में स्थित हैं, वहीं तीसरा सबसे बड़ा बांध राजस्थान के बांसवाड़ा में है। इन दिनों धार के दोनों बांधों से गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। ऐसे में उम्मीद है कि बांसवाड़ा में भी जल्द ही डेम के गेट खुलेंगे।
मध्यप्रदेश के जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार धार के मुख्य माही बांध से इस समय 2 गेट आधा-आधा मीटर खोल कर 40 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है, जबकि उप बांध माही का एक गेट 30 सेंटीमीटर खोला गया है। इससे 22 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। बांसवाड़ा के माही बजाज सागर बांध का जलस्तर वर्तमान में 279.35 मीटर पहुंच गया है।
इधर, मौसम विभाग ने जानकारी दी कि 2 सितबर से फिर मानसून सक्रिय हो सकता है। बहुत अच्छी बारिश की उमीद पूरी हुई तो डेम से अथाह जलराशि उफनते हुए देखने को मिलेगी।
माही विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता धीरज जौहरी बताते हैं कि हमको पूरी उमीद है कि इस वर्ष भी डेम के गेट खुलेंगे। 2 सितबर से मानसून फिर से सक्रिय होने की चेतावनी जारी की गई है। दूसरा यह कि धार जिले में बने दोनों माही डेम मुख्य व उप से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है।