थानाधिकारी हेमराज सिंह गुर्जर ने बताया कि निन्दोला निवासी युवराज सामोता ने 5 अगस्त को मामला दर्ज करवाया कि उसका विवाह 15 जुलाई 2024 को राधिका सिंह निवासी रुदायन उर्फ तारापुर अलीगढ़ यूपी से दलाल रेखा पत्नी सूबेसिंह और लीलाराम ने 5 लाख लेकर करवाया था। 20 जुलाई को राधिका का पिता विजेंद्र घर आया और परिजनों से कहा कि हमारे रिवाज है कि शादी बाद बेटी के ससुराल में सफाई करवाते हैं।
विजेंद्र और उसकी पत्नी बाला देवी, राधिका का भाई राजू निन्दोला आए व घर की साफ सफाई के बहाने घर से जेवरात निकाल ले गए। 23 जुलाई को राधिका ने युवराज से माता-पिता के पास चौमूं छोड़कर शाम को वापस लेने आने को कहा। युवराज चौमूं छोड़ आया और शाम को गया तो मकान के ताला लगा था और फोन बंद था। घर पर रखे कीमती जेवरात और 50 हजार भी गायब मिले। परिजनों ने दलाल रेखा व लीलाराम से संपर्क किया तो राधिका को वापस लाने का आश्वासन दिया।
जब नहीं आई तो रुपए मांगने पर रेखा और लीलाराम ने युवराज सहित भाइयों को बलात्कार के झूंठे मामले में फंसाने की धमकी देकर 5 लाख देने और नहीं देने पर जेल भिजवाने की धमकी दी। परिजनों ने लुटेरी दुल्हन के बारे में पता किया तो राधिका, पिता विजेंद्र सिंह, मां बाला देवी और अन्य दलाल द्वारा मिलीभगत कर कई जगह शादी करने की जानकारी मिली। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रुद्रयान उर्फ तारापुर जिला अलीगढ़ यूपी निवासी लुटेरी दुल्हन राधिका चौधरी, मां बाला देवी, पिता विजेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया है।
रीति-रिवाज का बनाते थे बहाना
थानाधिकारी गुर्जर ने बताया कि आरोपी दलालों के माध्यम से पीड़ित से सम्पर्क कर लड़की दिखाने के बहाने यूपी बुलाते और लड़की दिखाने के बाद सगाई की रस्म कर शादी के लिए 5 लाख ले लेते थे। कुछ समय बाद शादी जयपुर में करवा देते थे। कुछ दिनों बाद बेटी के ससुराल के घर पर सफाई की रस्म के नाम पर जेवर और रुपए लेकर लड़की को बुलाकर फरार हो जाते थे।