दोपहर बाद सुखदेव सिंह का शव भादरा पहुंचा। अंबेडकर चौक, मूर्ति चौक तथा सुखदेव सिंह के कार्यालय के समक्ष समर्थकों ने उनकी पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद पार्थिव देह लेकर वाहन गोगामेड़ी रवाना हुआ। उनके साथ हजारों समर्थक काफिले के रूप में गोगामेड़ी पहुंचे। समर्थकों ने सुखदेव सिंह शेखावत अमर रहे और हत्यारों को फांसी दो जैसे नारे लगाए गए। गांव सिकरोड़ी में अजयगढ़ पैलेस में भी श्रद्धासुमन अर्पित किए गए।
गांव गोगामेड़ी में सभी दुकानें बन्द रही। ग्रामीणों ने सड़क किनारे खड़े होकर सुखदेव सिंह को श्रद्धांजलि दी। उनके पैतृक निवास के निकट प्रशासन ने टैंट लगवाकर पार्थिव देह को अन्तिम दर्शन के लिए रखवाया। इसके बाद सुखदेव सिंह के छोटे भाई दिलीप सिंह व परिवार के अन्य सदस्यों ने मुखाग्नि दी। महिलाओं ने शोक बैठक में मृतक की पत्नी शीला शेखावत व परिजन को ढांढ़स बंधाया।
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी बोले थे मेरी जान को है खतरा, पत्नी दो गनमैन के साथ जाती थी पूजा करने
पुलिस मामले की जाचं तीन एंगल पर कर रही है। पहला सम्पत नेहरा के साथी गैंगस्टर अंकित भादू के संबंध में सुखदेव गोगामेड़ी ने सोशल मीडिया पर टिप्पणी की थी। अंकित भादू के एनकाउंटर के बाद भी टिप्पणी की, तब से सम्पत नेहरा गोगामेड़ी पर हमला करवाने की फिराक में था। पंजाब पुलिस व राजस्थान एटीएस ने इस संबंध में राजस्थान पुलिस मुख्यालय को अलर्ट जारी किया था।
दोनों हत्यारों को सुजानगढ़ तक छोड़ने वाले ड्राइवर ने किया सनसनीखेज खुलासा, यहां जानें
दूसरा लॉरेंस गैंग की बीकानेर के लूणी निवासी गैंगस्टर रोहित गोदारा के बीच किसी बात को लेकर व्यक्तिगत रंजिश चल रही थी। हत्या के बाद सोशल मीडिया पर रोहित गोदारा ने हमला करवाने की जिम्मेदारी ली।
तीसरा आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद दुबई में बैठी चीनू का गोगामेड़ी से विवाद हो गया था। इसके अलावा अन्य बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है। शूटरों के पकड़े जाने के बाद पता चलेगा कि उन्हें किसने हत्या की जिम्मेदारी दी थी।