उन्होंने कहा कि सरकार के समक्ष 11 सूत्री मांगें रखी गई थी। जिनमें एनआइए की जांच और सुरक्षा की दो मांग मानी गई है। परिजन को आज तक न तो सरकारी नौकरी दी गई और न ही मुआवजा दिया। उन्होंने कहा कि एनआइए ने भी कोर्ट से 90 दिन का समय और मांगा है। गोगामेड़ी पर हमले में एक अन्य मृतक अजित राजावत के परिवार ने भी न्याय की गुहार लगाई है।
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सीएम आवास की ओर करेंगे कूच
शीला ने बताया कि कई लोग जांच की दिशा को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं। तीन मार्च तक सरकार मांगों पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तो राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना सड़कों पर आएगी। सर्व समाज को साथ लेकर सुखदेव के गोगामेड़ी गांव स्थित पैतृक आवास से मुख्यमंत्री आवास तक पैदल न्याय यात्रा निकालकर सरकार और उनके प्रतिनिधियों को वादे याद दिलाए जाएंगे। प्रेसवार्ता में राष्ट्रीय संगठन मंत्री योगेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष मनोहर सिंह घोड़ीवारा, कानूनी सलाहकार चतर सिंह नरुका, गोगामेड़ी के भाई श्रवण सिंह, अभय राज सिंह, अजित राजावत की पत्नी रेनु कंवर व संगठन के अन्य पदाधिकारी और करणी सैनिक उपस्थित रहे।
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ये रखी मांगें
– गोगामेड़ी और अजित राजावत के परिवार को आर्थिक सहायता और आश्रित को सरकारी नौकरी का तुरंत प्रभाव से प्रावधान निकला जाए
– एनआइए की जांच को प्रभावी बनाने के साथ अपराधियों से सख्ती से निपटा जाए
– परिवार की सुरक्षा के लिए मांगे गए हथियारों के लाइसेंस की अनुमति दी जाए
– विशेष जांच समिति के गठन के साथ ही चश्मदीद गवाहों को सुरक्षा प्रदान की जाए