जानिए कौनसे है ग्लूटेन फ्री अनाज : Know which are gluten free grains
ब्राउन राइस अंतर्राष्ट्रीय खाद्य विज्ञान और पोषण पत्रिका में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्राउन राइस (gluten free grains) में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसमें पाए जाने वाले मिनरल्स जैसे आयरन, जिंक, मैग्नीशियम और कैल्शियम शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में सहायक होते हैं। ब्राउन राइस का नियमित सेवन कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह और कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, जिन व्यक्तियों को पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं, उन्हें भी ब्राउन राइस का सेवन करने की सलाह दी जाती है। क्विनोआ क्विनोआ (gluten free grains) को सबसे स्वास्थ्यवर्धक अनाजों में से एक माना जाता है। इसमें आयरन, फाइबर, प्रोटीन, एंटी-कैंसर, एंटी-एजिंग और एंटीसेप्टिक जैसे कई महत्वपूर्ण गुण मौजूद हैं। जो लोग दूध, दही या पनीर का सेवन नहीं कर सकते, उनके लिए क्विनोआ एक उत्कृष्ट विकल्प है। इसमें पर्याप्त मात्रा में अमीनो एसिड होते हैं, जो एनीमिया से बचने और हृदय संबंधी बीमारियों से राहत पाने में सहायक होते हैं। कई शोधों से यह स्पष्ट हुआ है कि क्विनोआ का सेवन करने वाले व्यक्तियों में कैंसर का जोखिम कम होता है।
ओट्स जई, जिसे ओट्स (gluten free grains) भी कहा जाता है, एक ग्लूटेन-मुक्त अनाज है। यह सीलिएक रोग से ग्रसित व्यक्तियों के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। ओट्स में जिंक, कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन, विटामिन-बी और विटामिन ई जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो वजन को नियंत्रित करने, इम्यूनिटी को बढ़ाने और शरीर को लंबे समय तक सक्रिय बनाए रखने में सहायक होते हैं। अधिकांश लोग नाश्ते में ओट्स का सेवन करना पसंद करते हैं। जई में मौजूद बीटा ग्लूटेन रक्त शर्करा के स्तर को संतुलित रखने में भी मदद करता है।
मक्का मक्का, (gluten free grains) जिसे मकई भी कहा जाता है, एक ग्लूटेन रहित अनाज है। जिन व्यक्तियों को गेहूं और जौ जैसे अनाजों के सेवन से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं, उन्हें मक्का या इससे निर्मित उत्पादों का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। मक्के में मौजूद कैरोटिनॉइड, विटामिन सी और फाइबर हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। यदि नियमित रूप से मक्का का सेवन किया जाए, तो यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल स्तर को संतुलित रखने में मदद कर सकता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।