हालांकि, रेलवे प्रशासन का कहना है कि हर बार त्योहार पर चलने वाली ट्रेनों में सामान्य किराये से अधिक ही वसूलते है। नियमित चलने वाली ट्रेनों में टिकट की इतनी मारामारी होती है कि यात्री अधिक किराया चुकाकर भी टिकट बुक करवा रहे हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे ने इस बार त्योहार पर 36 ट्रेनों में 40 अतिरिक्तकोच भी लगाए हैं। स्पेशल ट्रेनों के लिए जबरदस्त बुकिंग चल रही है। 5 नवंबर को चलने वाली एक ट्रेन बुकिंग शुरू होने के करीब 24 घंटे के अंदर ही 125 की वेटिंग तक पहुंच गई। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक इस समय नियमित चलने वाली ट्रेनों की वेटिंग इतनी है कि स्पेशल ट्रेनों की बुकिंग शुरू होते ही उन पर तत्काल बुकिंग हो रही है।
ये हैं स्पेशल ट्रेन
– बीकानेर-हरिद्वार-शुरू
– अजमेर-बांद्रा टर्मिनस-14 अक्टू.
– जयपुर-बांद्रा टर्मिनस-17 अक्टू.
– जयपुर-दिल्ली कैंट-शुरू
– जयपुर-शालीमार-17 अक्टू.
– दिल्ली सराय रोहिल्ला-इंदौर
– जयपुर-हैदराबाद
यों समझें कैसे वसूल रहे ज्यादा किराया
उदाहरण के तौर पर जयपुर से बांद्रा टर्मिनस के लिए नियमित गाड़ी संख्या 12980 चलती है, जिसका सैकंड एसी का किराया 2020 रुपए है। वहीं थर्ड एसी का किराया 1450 और स्लीपर क्लास का 530 रुपए है। लेकिन त्योहार पर शुरू की गई जयपुर बांद्रा स्पेशल ट्रेन गाड़ी संख्या 09723 में सैकंड एसी का किराया 2470, थर्ड एसी का 1790 और स्लीपर का 685 रुपए रखा गया है। इसका किराया सामान्य दिनों में चलने वाली नियमित ट्रेनों की तुलना में करीब 22 प्रतिशत अधिक है।
स्पेशल ट्रेनों में हर बार ही किराया रेलवे के नियमों के अनुसार कुछ अधिक रखा जाता है। यह त्योहार पर अधिक दबाव को देखते हुए यात्रियों के लिए अतिरिक्त सुविधा है।
तरुण जैन, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, उत्तर पश्चिम रेलवे