अब स्टेशन के विकास पर अनुमानित लागत 200 करोड़ रुपए की जगह 115 करोड़ रुपए ही होगी। पहले योजना थी कि, सांगानेर स्टेशन को 200 करोड़ की लागत से वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस किया जाएगा। पहले और दूसरे एंट्री गेट पर यात्री सुविधाएं विकसित की जानी थी।
पहले एंट्री गेट पर जगह की कमी के कारण टिकट घर, पार्किंग, तीन मंजिला भवन, वेटिंग एरिया, गेम जोन, फूड कोर्ट समेत अन्य यात्री सुविधाएं दूसरे गेट पर विकसित करने का निर्णय लिया गया था। लेकिन, बीसलपुर पेयजल लाइन के कारण दूसरे एंट्री गेट पर सुविधाएं विकसित करना मुश्किल हो गया है, क्योंकि इस लाइन को शिफ्ट करना संभव नहीं लग रहा है।
रेलवे ने पहले जलदाय विभाग के अधिकारियों से फिर मुख्य सचिव से गुहार लगाई। इसके बाद भी समाधान नहीं निकला तो,
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को अवगत करवाया गया। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद अधिकारियों ने स्टेशन का मौका किया और लाइन शिफ्ट करने से इनकार कर दिया।
अब बना यह प्लान
नए प्लान के अनुसार, सांगानेर स्टेशन पर गेम जोन, फूड कोर्ट कॉनकोर्स, पार्किंग और वेटिंग हॉल जैसी कई सुविधाएं नहीं बन पाएंगी। केवल टिकट घर आरक्षण केंद्र और छोटे वेटिंग हॉल जैसी जरूरी सुविधाएं दोनों एंट्री गेट्स पर उपलब्ध रहेंगी। इससे कुल खर्च भी करीब 50 फीसदी तक घट जाएगा।
बदलाव की वजह
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि, पेयजल लाइन को शिफ्ट करने में काफी समय लगता। शहर में पेयजल आपूर्ति भी लंबे समय तक बाधित रहती, जो संभव नहीं थी। इसलिए इसके प्लान में बदलाव किया गया है।