- इसी मिशन से जुड़ीं सुधा पेपर बैग मेकिंग प्रोजेक्ट अवनी चलाती हैं। वह करीब तीन साल पहले इस मिशन से जुड़ी थीं। सुधा बताती हैं कि आर्थिक रूप से सशक्त बनने के लिए उन्होंने इस मिशन में पेपर बैग और कागज से बनी अन्य वस्तुएं बनाना सीखा। अब सरकार से भी उन्हें कई ऑर्डर मिलते हैं। इसके अलावा वह स्थानीय मेलों और इंस्टाग्राम हैंडल से ये चीजें बेच रही हैं।
- वहीं मिनी, अपने पति और बेटी निमिषा के साथ कैंडल मेकिंग से जुड़ी हुई हैं। उन्हें भी इस मिशन के तहत ट्रेनिंग मिली। उनकी मोमबत्तियों में शंख-सीपी, स्टारफिश जैसी चीजें नजर आती हैं। मिनी को कैंडल मेकिंग के लिए राज्य स्तर कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं।
- मिशन से जुड़ीं होम शेफ सुनंदा का पैशन खाना पकाना है। शुरुआत में वह कई मैगजीन में अपनी रेसिपी भेजा करती थीं। उन्होंने स्थानीय स्तर पर कई कुकिंग कॉम्पीटिशन में भी भाग लिया। अब वह आरटी मिशन से जुड़ी हैं और लोगों को अपने घर पर केरल कुजीन का स्वाद चखा रही हैं।
देश का हर राज्य इसे मॉडल बना सकता है।
पी.ए.मोहम्मद रियास
पर्यटन मंत्री, केरल