युवाओं को रिझाने की कोशिश—
भाजपा ने युवाओं से जुड़े इस मसले को लेकर जोरदार आंदोलन किया हुआ हैं, वैसे भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोडीलाल मीणा ने तो इसमें भाजपा से भी बाजी मार ली थी और कई खुलासे कर सरकार के गले में ला दी है। इसी का नतीजा हैं कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमेन धर्मपाल जारोली को सरकार ने बर्खास्त कर दिया था और रीट की एक परीक्षा कैंसिल कर दी थी, लेकिन भाजपा इस मामले की पूरी जांच सीबीआई को देने पर अड़ी है।
एसओजी के खिलाफ कभी कोई आरोप भी नहीं लगे संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि एसओजी निष्पक्ष जांच कर रही है। इसलिए गवर्नमेंट का स्टेंड है कि सीबीआई से जांच नहीं कराई जाएगी। खुद भाजपा सरकार के समय कई घटनाओं की जांच एसओजी से कराई गई है। एसओजी के खिलाफ कभी कोई आरोप भी नहीं लगे हैं। हम विपक्ष के दबाव में नहीं आएंगे। भाजपा के हाउस नहीं चलने के सवाल पर बोला कि यह इनकी मर्जी है। लोकतांत्रिक परंपरा को ठुकराते हुए इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं। विधानसभा, लोकसभा और राज्यसभा लोकतंत्र के मंदिर कहलाते हैं। ये हल्ला करने वाली जगह नहीं है।उन्होंने कहा कि सरकार का क्लीयर स्टैंड है कि सीबीआई से जांच नहीं करवाई जाएगी। सीबीआई को जांच दिलवाकर ये मामला अपने हाथ में लेना चाहते हैं। एसओजी के अनुसंधान में कहीं गड़बड़ दिखती हो तो वो बताएं।