फिर मैदान में लौटेंगे- भाटी
रविंद्र सिंह भाटी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ‘हमारी पूरी टीम ने दिन-रात मेहनत की, उनकी मेहनत के बलबूते और बाड़मेर-जैसलमेर-बालोतरा की जनता के बदौलत यहां तक पहुंच पाया हूं। 26 साल की उम्र में लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका बहुत कम लोगों को मिलता है। जिसके बाद लोगों का इतना बड़ा जनादेश मिलना कोई सपने में भी कोई नहीं सोच सकता। एक लोकसभा चुनाव जिसमें 3 जिला, 8 विधानसभा और 22 लाख मतदाता का आशीर्वाद और प्रेम मिल सकता है। तमाम लोगों ने बहुत प्रेम दिया है। उनके लिए जो वादे किए है उन पर खरा उतरूंगा। उनके बीच में रहकर काम करूंगा।’
उम्मेदाराम को दी बधाई
उन्होंने आगे कहा कि ‘कई बार किस्मत और योग के चलते हार मिलती है। हमारे भाई उम्मेदाराम जी की किस्मत है वे चुनाव जीते। मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आशा कि यहां कि जनता के बीच में रहकर काम करेंगे। विधायक के तौर जो जनता ने मुझे जनादेश दिया था। उसके लिए काम करते रहुंगा। जनादेश को सरमाथे धारण करते है। फिर मेहनत कर मैदान में आएंगे, एक लडाई सब कुछ तय नहीं करती है।’