फिलहाल राज्य सरकार का कार्यकाल पूरा होने तक वर्ष 2028 के अंत में रामगढ़ बांध में पानी आना शुरू हो जाएगा। संबंधित फर्म-कंपनी को 48 महीने यानी चार वर्ष में ये कार्य पूरा करना होगा। ईआरसीपी कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राकेश कुमार गुप्ता ने ईसरदा बांध से रामगढ़ बांध तक पानी लाने के लिए फीडर निर्माण की 1914.95 करोड़ की विज्ञप्ति जारी की है।
ईसरदा बांध से रामगढ़ बांध तक करीब 120 किलोमीटर की दूगी में कैनाल व पाइप लाइन बिछेगी। निविदा ईआरसीपी कॉर्पोरेशन लिमिटेड के कार्यालय में 6 फरवरी 2025 को खोली जाएगी। योजना के मरम्मत एवं रखरखाव का कार्य 20 वर्ष तक निविदादाता कंपनी की ओर से किया जाएगा। रामगढ़ बांध की 128 वीं वर्षगांठ 30 दिसंबर 2024 को इससे शानदार तोहफा नहीं हो सकता है।
रामगढ़ बांध में प्रथम फेज में पानी लाने के लिए टेंडर जारी हो चुका है। बांध के सौदर्यींकरण के लिए भी राशि मंजूर हो चुकी है। –
महेंद्रपाल मीना, विधायक, जमवारामगढ़ पहली बार मरम्मत राशि हुई स्वीकृत
जल संसाधन विभाग ने सौंदर्यीकरण एवं पाल रोड के नवीनीकरण के लिए 3 करोड़ 48 लाख की राशि स्वीकृत की है। इससे पाल रोड के अतिरिक्त जल संसाधन के कार्यालय कक्ष व पाल की मरम्मत की जाएगी। बांध सूखने के बाद मरम्मत राशि पहली बार स्वीकृत हुई है।
पानी आने से किसानों को मिलेगा फायदा
रामगढ़ बांध का निर्माण जयपुर रियासत के महाराजा माधोसिंह द्वितीय ने सिंचाई के लिए करवाया था रामगढ़ बांध से दौसा के कालाखोह तक साढ़े बाईस मील लम्बी नहर है तथा सिंचाई के लिए 139.5 मील की लिंक नहरें बनी हैं। नहरों से समय रहते अतिक्रमण हटे तो सिंचाई की सुविधा मिले।