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जयपुर

राजस्थान में इस बार कैसा रहेगा मानसून का जोर? ज्योतिषाचार्यों ने कर दी ये बड़ी भविष्यवाणी

राजस्थान में मानसून कब प्रवेश करने जा रहा है। साथ ही प्रदेश में गर्मी के तेवर कैसे रहने वाले है। इसको लेकर ज्योतिषाचार्यों ने बड़ी घोषणा की है।

जयपुरMay 15, 2024 / 11:33 am

Lokendra Sainger

राजस्थान में आकाशीय मंडल के प्रधान ग्रह सूर्यदेव 25 मई की तड़के 3.17 बजे रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। ज्योतिषविदों के मुताबिक इसके बाद 26 मई से नौतपा शुरू होगा, जो कि तीन जून तक रहेगा। ज्योतिषाचार्य पं.दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि रोहिणी नक्षत्र में आने के साथ ही सूर्य वृष राशि में गोचर (भ्रमण) करेगा। वृष राशि में पहले से गोचर कर रहे गुरु और शुक्र ग्रह के चलते त्रिग्रही योग भी बनेगा। करीब 24 साल बाद नौतपा की अवधि में गुरु और शुक्र ग्रह भी अस्त रहेंगे।
शर्मा ने बताया कि सूर्य सिद्धांत में और श्रीमद् भागवत में भी नौतपा का उल्लेख है। इसकी शुरुआत में ग्रहों की चाल के कारण इस बार गर्मी अन्य साल के मुकाबले ज्यादा रहेगी। तापमान भी कई रेकॉर्ड तोड़ेगा। साथ ही दिन की अवधि भी 13 घंटे 35 मिनट की रहेगी। लगातार छठे साल नौ दिन तक सूर्यदेव की तपिश नहीं रहेगी।
शुरुआत के पांच दिन तेज गर्मी पड़ने और अधिकतर शहरों में तापमान तीन से चार डिग्री अधिक (44 से 47 तक) रहने के आसार हैं। इसके बाद आंधी-बारिश के योग बनने से नौतपा खंडित होगा। यह संयोग आगामी वर्षाकाल को प्रभावित करने के योग बनाएगा। वर्षाकाल में रोहिणी का वास संधि में रहने से खंडवृष्टि के भी योग रहेंगे।
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मानसून में बनेंगे श्रेष्ठ बारिश के योग

ज्योतिषाचार्य शर्मा के मुताबिक रोहिणी के गलने के आसार जून के पहले दो दिन में रहेंगे। इस दौरान आंधी चलने के साथ ही बूंदाबांदी होने के भी आसार हैं। रोहिणी का गलना भी कुछ जगहों पर असमानता दर्शाएगा। पश्चिमी और पूर्वी राजस्थान में मध्यम बारिश के योग बनेंगे व मानसून कमजोर नहीं रहेगा।
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सूर्य सिद्धांत में भी जिक्र

ज्योतिषाचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि सूर्य सिद्धांत में और श्रीमद्भागवत में भी इसका जिक्र है। जब से ज्योतिष की रचना हुई, तभी से ही नौतपा भी चला आ रहा है। जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में होकर वृष राशि के 10 से 20 अंश तक रहता है, तब नौतपा होता है। इन 9 दिनों तक सूर्य पृथ्वी के काफी करीब आ जाता है। इस नक्षत्र में सूर्य 15 दिनों तक रहता है, लेकिन शुरुआत के 9 दिनों में गर्मी बहुत ज्यादा होती है। सूर्य का तापमान नो दिनों तक सबसे अधिक रहता है। इन नौ दिनों में बारिश न हो और ठंडी हवा न चले तो यह माना जाता है कि आने वाले दिनों में अच्छी बारिश होगी। सूर्य 12 राशियों, 27 नक्षत्रों में भ्रमण करता है।
स्वामी मनोहरदास और ज्योतिषाचार्य पं.हनुमान प्रसाद दाधीच ने बताया कि रोहिणी नक्षत्र का मुय रूप से अधिपति ग्रह चंद्रमा है। यदि नौतपा के दौरान पांच दिन तक तेज गर्मी पड़ती है तो आषाढ़-सावन मास में वर्षा अधिक होने के आसार रहेंगे। सूर्य आराधना करने के साथ ही ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करें। मई के आखिरी सप्ताह में सूर्य और पृथ्वी के बीच दूरी कम होने से धूप में तेजी और तापमान में इजाफा होगा।

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