राजधानी जयपुर की बात जाए तो एक बार फिर उमस से लोग परेशान नजर आए। सुबह का पारा 29 डिग्री सेल्यियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में 10 से लेकर 18 अगस्त से बारिश की गतिविधियों पर पूर्णतया विराम रहेगा। इस दौरान मानसूनी ट्रफ के हिमालय की तरफ खिसकने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश के ऊपर बने कम दबाव के सिस्टम के असर से अगले दो तीन दिन कहीं कहीं छिटपुट बारिश की उम्मीद है। नौ अगस्त से मौसम खुल जाएगा। इस दौरान तापमान में बढ़ोतरी होगी। गंगानगर का पारा बीते दिन सबसे अधिक 40.7 डिग्री सेल्यिस दर्ज किया।
यहां हुई बारिश
बीते 24 घंटे में रविवार सुबह तक बारां के छिपाबरोड में 56, भरतपुर के सेवर बूंद में 44, अजमेर के भिनाय में 16, अलवर के सिलिसेहर में 24, बांसवाड़ा के कुशलगढ़ में 24, धौलपुर के बसेरी में 80, जयपुर के रामगढ में 62, नरैना 45, विराटनगर में 34, फुलेरा में 20, लाडनू में 49, सवाईमाधोेपुर के मोरसागर में 42 एमएम बारिश दर्ज की गई। जयपुर समेत अन्य जिलों की पेयजल की लाइफलाइन वाले बीसलपुर बांध का रविवार सुबह तक 310.71 आरएल मीटर रहा बांध का गेज रहा। बीते 24 घंटे में 0.26 टीएमसी हुई पानी की आवक। मानसूनी सीजन में अब तक 4.6 टीएमसी पानी आया।
20 अगस्त के बाद फिर सक्रिय होगा मानसून
मौसम विभाग के अनुसार 10 अगस्त तक पूर्वी राजस्थान के कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी तो पश्चिमी राजस्थान में छुटपुट स्थानों पर हल्के से मध्यम बारिश होने की संभावना है। 20 अगस्त के आसपास राज्य में बारिश की गतिविधियों में फिर से बढ़ोतरी होने की संभावना है।
प्रमुख जगहों का पारा
बीते दिन का प्रदेश में सबसे अधिक पारा फलौदी का 40.6, जैसलमेर का 38.7, बीकानेर का 39.6, जयपुर का 33.2, सीकर का 37.5,पिलानी का 36.5,गंगागनर का 40.7, बूंदी का 30.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया।