देश का पहला विश्वविद्यालय जिसमें दी जाती है छात्र दुर्घटना सहायता
विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. भूपेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया, राजस्थान राजपूताना की सहभागी रियासतों ने इस विश्वविद्यालय के लिए 2 लाख 50 हजार का पहला अनुदान तो दिया, लेकिन इसके साथ यह भी स्पष्ट कर दिया था कि इस अनुदान को इस विश्वविद्यालय की स्वायत्तता में किसी भी रूप में दखल करने का तात्पर्य नहीं समझा जाएगा। यह देश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय है, जिसमें छात्र दुर्घटना सहायता दी जाती है। देश में पहली बार अभिनव कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत अब तक एक करोड़ से अधिक की राशि पीडि़त छात्रों, उनके परिजन को दी जा चुकी है।
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सच्चा सेतु बना राजस्थान पत्रिका
जनसंपर्क अधिकारी डॉ. भूपेन्द्र सिंह शेखावत के अनुसार जब इस उच्च शिक्षा के मंदिर पर विपरीत परिस्थितियां आईं तब राजस्थान पत्रिका ने एक सच्चे सेतु के रूप में राजस्थान विश्वविद्यालय का सहयोग किया। वर्ष 1996 में सरकार ने राजस्थान विश्वविद्यालय को दी जाने वाली सभी तरह की सहायता रोक दी। इस विपरीत समय में राजस्थान पत्रिका ने अपने एक शैक्षिक कार्यक्रम के जरिए राजस्थान विश्वविद्यालय को 25 लाख रुपए जैसी बड़ी सहायता प्रदान की। इसी प्रकार वर्ष 2005 में राजस्थान पत्रिका की ओर से 50 लाख रुपए की राशि से राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर में भव्य इंडोर स्टेडियम का निर्माण किया गया।
भेंट की राशि खुद लेकर पहुंचे पत्रिका समूह के प्रधान संपादक
जनसंपर्क अधिकारी डॉ. भूपेन्द्र सिंह शेखावत के अनुसार पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी का विशेष व्यक्तित्व ही माना जाना चाहिए कि भेंट की जाने वाली इस बड़ी राशि का चेक लेकर स्वयं विश्वविद्यालय पहुंच गए थे। राजस्थान विश्वविद्यालय की ओर से इस इंडोर स्टेडियम का नाम भी राजस्थान पत्रिका इंडोर स्टेडियम रखा गया है, आज यह स्टेडियम इंडोर खेलों का एक प्रमुख केंद्र बन गया है।
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