मंगलवार को बिडला सभागार में राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल के संदर्भ केन्द्रों के संस्था प्रधानों की एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने बताया कि ऑन डिमांड एग्जाम को निदेशालय ने तैयारी शुरू कर दी है। कुछ छात्र डिग्री लेने के लिए जल्द से जल्द परीक्षाएं देना चाहते हैं।
शिक्षामंत्री मदन दिलावर ने दिए संकेत
शिक्षामंत्री मदन दिलावर ने संकेत दिए हैं कि अब 10वीं और 12वीं की परीक्षा साल में दो बार की बजाय हर महीने आयोजित की जाएगी। इस बदलाव के साथ, राजस्थान देश का पहला राज्य बनेगा जो ऑन-डिमांड परीक्षा व्यवस्था को लागू करेगा। 2005 में शुरू हुए स्टेट ओपन स्कूल के इस नई व्यवस्था के तहत, अब विद्यार्थियों को साल में दो बार नहीं बल्कि हर महीने परीक्षा देने का मौका मिलेगा।
अपनी सुविधानुसार परीक्षा दे सकेंगे छात्र
गौरतलब है कि वर्तमान में, 10वीं और 12वीं की परीक्षा मार्च से मई और अक्टूबर से नवंबर के बीच आयोजित की जाती है। इस बदलाव से विद्यार्थियों को अधिक लचीलापन मिलेगा और वे अपनी सुविधानुसार परीक्षा दे सकेंगे। वहीं सॉफ्टवेयर तैयार होने के बाद ही इस प्रक्रिया को लागू किया जाएगा। अब तक साल में दो बार परीक्षा का आयोजन होता था।
ऑन डिमांड परीक्षा का मतलब
ओडीई (ODE) की अवधारणा मुक्त और दूरस्थ शिक्षा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ऑन डिमांड परीक्षा की मूल अवधारणा यह है कि राजस्थान स्टेट ओपन में पढ़ने वाला छात्र जब भी परीक्षा देने के लिए तैयार या सहज महसूस करे, वह परीक्षा दे सकता है। बता दें सबसे पहले यह सिस्टम राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) ने शुरू किया था। एनआईओएस ने साल 2005 में माध्यमिक स्तर के छात्रों के लिए ओडीई को फिर से रि-लॉन्च किया था।