प्लास्टिक की बोतलों का ढेर देख जताई थी आपत्ति
जानकारी के अनुसार दिसंबर माह में शुरू हुए पहले फेरे के दौरान सफाई के दौरान ट्रेन में प्लास्टिक की बोतलों का ढेर देख कुछ यात्रियों ने आपत्ति जताई। एक यात्री ने ट्रेन प्रबंधन को कहा कि क्या यह ट्रेन नो प्लास्टिक नहीं हो सकती, इसे ट्रेन प्रबंधन ने गंभीरता से लिया।कांच की बोतल में शेंपू और बॉडी लोशन
ट्रेन में पहले पानी की बोतल प्लास्टिक की होती थी। अब इसकी जगह कांच की बोतल यात्रियों को दी जा रही है। इसके बाद प्लास्टिक के कंघे और ब्रश भी हटा दिए गए। यात्रियों को लकड़ी के बने कंघे और ब्रश दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही कांच की बोतल में शेंपू और बॉडी लोशन उपलब्ध कराया जा रहा है।यात्रियों ने आपत्ति जताई
यह ट्रेन पूरी दुनिया में देश और राजस्थान के पर्यटन की तस्वीर दिखाती है। ट्रेन में प्लास्टिक के उपयोग को लेकर यात्रियों ने आपत्ति जताई तो तत्काल इस शिकायत को दूर किया गया। ट्रेन को हमेशा के लिए नो प्लास्टिक ट्रेन घोषित कर कांच की बोतल, लकडी के कंघे और ब्रश उपलब्ध करा रहे हैं।-भगत सिंह लोहागढ़, संचालक, पैलेस ऑन व्हील्स