छात्रसंघ चुनाव के बदले समीकरण, निहारिका के समर्थन में उतरी करणी सेना
उधर निहारिका जोरवाल के समर्थन में करणी सेना भी मैदान में उतर आई है। गुरुवार को एक प्रेसवार्ता कर करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने निहारिका को समर्थन दिया। मकराना ने कहा : एनएसयूआई और एबीवीपी दोनों में ही जातिवाद का खेल खेला जा रहा है। क्षत्रिय समाज जातिवाद के खिलाफ है। हम जातिवाद के जहर के खिलाफ ही निहारिका के समर्थन में आए है।भानू के नहीं मानने पर घबराई निहारिका ने लगाया जोर, दिन-रात जुटी कैम्पेन में, हाथ जोड़कर मांग रही वोट
मेरे दम और काम पर याद रखेंप्रेसवार्ता में निहारिका ने कहा कि पहले सब बोलते थे मंत्री पुत्री होना भाग्य की बात है, लेकिन अब ऐसा लग रहा यह मेरा दुर्भाग्य है। मीडिया और सभी लोग मुझे मंत्री की बेटी की तरह देखते हैं। जिसके चलते मेरी खुद की छवि गायब हो जाती हैं। मैं जो संघर्ष कर रही हूं वह निहारिका जोरवाल के नाम पर कर रही हूं। जोरवाल ने आरोप लगाया कि: मेरा परिवार पॉलिटिक्स में है जिसके चलते मेरे और मेरे परिवार पर दबाव भी आ रहा है। एनएसयूआई और कांग्रेस के लीडर्स ने मुझे डायरेक्ट व इनडायरेक्ट मुझ पर नामांकन वापस लेने का दबाव बनाया है।