आज फिर गतिरोध टूटने की उम्मीद
ओबीसी आयोग से सोमवार को हुई वार्ता के बाद आंदोलनकारियों का प्रतिनिधिमंडल आंदोलन स्थल पर पहुंच गया है। संघर्ष समिति के मुख्य सचिव बदन सिंह कुशवाहा ने बताया कि ओबीसी आयोग से हुई बातचीत और आश्वासन के पहलुओं पर समाज के लोगों से बातचीत की जायेगी। सभी से सलाह-मशवरा करने के बाद समाज के वरिष्ठ नेता प्रेस वार्ता कर आगे की जानकारी देंगे। ऐसे में एक बार फिर उम्मीद जताई जा रही है कि आज आंदोलनकारी अपना आंदोलन स्थगित कर सकते हैं। ऐसा हुआ तो करीब दो हफ़्तों से बंद पड़ा आगरा-बीकानेर हाइवे जल्द ही सुचारु हो जाएगा।
चुनावी मोड में सरकार, आंदोलन ‘ला-इलाज’!
प्रदेश में चुनावी वर्ष होने के कारण माली-सैनी समाज अपने आरक्षण संबंधी मांग को पुरज़ोर तरीके से उठा रहा है। सरकार पर दबाव बनाकर मांगें पूरी करने की मंशा साफ़ दिख रही है। समाज के लोगों ने मांगें नहीं माने जाने तक आंदोलन जारी रखने की बात दोहराई है।
हाईवे किनारे भट्टियां, चल रहा नाश्ता
आरक्षण आंदोलन स्थल पर पड़ाव डाले बैठे लोगों ने हाइवे किनारे ही भट्टियां लगाई हुई हैं। नाश्ता-पानी के इंतज़ाम भी हो रहे हैं। राजमार्ग पूरी तरह से जाम है, आंदोलन स्थल पर महिलाएं गीत गा रही हैं।वहीं नदबई-वैर-भुसावर में इंटरनेट बंद है।
… इधर जयपुर में ‘हुंकार’ की तैयारी
जाट, ब्राह्मण, राजपूत, यादव एवं एससी एसटी समाज के बाद अब माली, सैनी, कुशवाहा, शाक्य, एवं मौर्य समाज का माली महासंगम चार जून को विद्याधर नगर स्टेडियम में आयोजित होगा। दोनों प्रमुख पार्टियों से 25 विधानसभा सीटों पर टिकटों की मांग के साथ ही राजनीतिक, सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक भागीदारी में समाज की भूमिका के अलावा 11 सूत्रीय बिंदुओं पर महासंगम में मंथन होगा।
यह रखी जाएगी मांगे
—जनसंख्या के आधार पर आरक्षण देने
— ओबीसी आरक्षण 21 से बढ़ाकर 27 प्रतिशत करने
— जनगणना 2011 के आंकड़े जारी कर आठ मार्च को सावित्री बाई फूले के नाम पर राजकीय कार्यक्रम करने
— सावित्री बाई फुले को भारत रत्न से नवाजने, मुकदमे वापस लेने
— प्रत्येक जिलों में छात्रावास के लिए भूखंड आवंटित, प्रतिभावान छात्राओं को छात्रवृत्ति, साईकिल, स्कूटी देने, उच्च शिक्षा नि:शुल्क करने
— नए संसद भवन में भी पुराने भवन की भांति महात्मा फुले एवं सावित्री बाई फुले की मूर्ति स्थापित करने
— विश्वविद्यालयों में महात्मा फुले एवं सावित्री बाई फुले के नाम से शोधपीठ का गठन करने की मांग उठाई जाएगी
फैक्ट फाइल
— प्रदेश में कुल आबादी 75 लाख से अधिक
— पांच लाख से अधिक लोगों के आने का महासंगम दावा
— जयपुर जिले में छह लाख से अधिक आबादी
—75 साल में पहली बार उठाएंगे आवाज, एक जाजम पर आकर बनाई जाएगी कार्ययोजना