उधर, फॉल्ट—ट्रिपिंग सुधारने वाले कनिष्ठ अभियंताओं व तकनीकी कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर रखा है। ऐसे में प्रदेश में बिजली संकट गहराता जा रहा है। जानकारी के अनुसार, बारिश के बाद उमस और तापमान में बढ़ोतरी से प्रदेश में बिजली की खपत में बीस फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है। अगस्त माह के शुरूआत में प्रदेश में बिजली की खपत करीब 27.50 करोड़ यूनिट प्रतिदिन से से अधिक थी जो कि वर्तमान में करीब सात करोड़ यूनिट प्रतिदिन की बढ़ोतरी के साथ 33.50 करोड़ से 34 करोड़ यूनिट प्रतिदिन से अधिक हो गई है। इसमें सर्वाधिक बढ़ोतरी अगस्त के दूसरे सप्ताह में हुई है।
जेईएन का कार्य बहिष्कार जारी
विभिन्न मांगों को लेकर बिजली निगमों के 4 हजार से अधिक जेईएन ने कार्य बहिष्कार जारी है। अब जिलों से भी जेईएन को जयपुर बुला लिया गया है, आज से सभी जेईएन मानसरोवर मानसरोवर में एक गार्डन में धरना—प्रदर्शन शुरू करेंगे।
तकनीकी कर्मचारियों का महापड़ाव जारी
राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के प्रदेशव्यापी आव्हान पर 13 सूत्री मांग पत्र को लेकर जगतपुरा में महापड़ाव जारी है। इसमें प्रदेश भर के कर्मचारी जुटे हुए है।
विंड एनर्जी से बचाव
प्रदेश में लगातार हो रही बिजली की कमी को पूरा करने के लिए मुख्य रूप से विंड एनर्जी से खासा सहयोग मिल रहा है। वर्तमान माह में विंड एनर्जी से औसतन दो से 2.5 करोड़ यूनिट बिजली प्रतिदिन मिल रही है।
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किसानों को रात को मिलेगी बिजली
सरकार ने किसानों को रात को बिजली देने की तैयारी कर ली है। अभी किसानों को दिन में बिजली दी जा रही थी, लेकिन अचानक बढ़े कृषि लोड के कारण कुछ जिलों में रात को कृषि बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी।