यह मामला
अलवर के अम्बेडकर नगर निवासी अमरचंद बैरवा ने दर्ज कराया है। उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि हनुमानगढ़ के रो़डावाली निवासी कपिल महला गत वर्ष टोंक रोड पर परिचित अधिवक्ता के घर मिला था। उसने पहचान बढ़ाई और कहा कि मेरी भाजपा में अच्छी पहचान है। उसने पचास लाख रुपए में विधानसभा चुनाव का टिकट दिलाने का झांसा दिया।
कई बार दिल्ली भी लेकर गया
तीन-चार बार पार्टी के दिल्ली स्थित कार्यालय में भी लेकर गया। वहां विकास गुप्ता नाम के व्यक्ति मिलवाया और कहा कि इसी के माध्यम से टिकट मिलेगा। कपिल ने पहले अस्सी हजार रुपए खर्चे के नाम पर लिए। इसके बाद तीन बार में सात लाख रुपए लिए। 7.8 लाख लेने के बाद कहा कि 43 लाख रुपए टिकट मिलने के बाद दे देना।
पार्टी के उम्मीदवारों की लिस्ट में नहीं आया था नाम
पार्टी के उम्मीदवारों की सूची में परिवादी का नाम नहीं आया। इसके बाद कपिल ने परिवादी से बात करना बंद कर दिया। आरोप है कि उसने धमकी भी दी। अदालत में दायर इस्तगासे के आधार पर परिवादी ने यह मामला सांगानेर थाने में दर्ज कराया है। आरोपी कपिल महला का कहना है कि आरोप तो कोई कुछ भी लगा सकता है।