बिजलियां चमकी, बादल गरजे, फिर बरसे
हाड़ौती अंचल में बीते तीन दिन से जारी भीषण गर्मी व उमस के बाद सोमवार शाम राहत की बारिश हुई। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। कोटा शहर में शाम 6 बजे बाद मौसम पलटा और घने काले बादल छाए। पहले धूलभरी आंधी चली। उसके बाद तेज हवा के साथ रिमझिम व तेज बारिश का दौर शुरू हुआ। बिजलियां चमकी और गरज के साथ बादल बरसे। बारिश का दौर रात 8 बजे तक जारी रहा।झालावाड़ जिले में तेज गर्मी व उमस के बाद मौसम बदला। मनोहरथाना में पौन घंटे तेज बारिश हुई। पनवाड़ में बारिश हुई। बूंदी जिले के नौताड़ा में तेज हवा के साथ बादलों की गड़गड़ाहट हुई। बिजली चमकी और हल्की बूंदाबांदी हुई। खटकड़ में बीस मिनट तेज बरसात हुई। बारां जिले के बड़गांव में बारिश हुई। झमाझम बारिश से नाले-नालियां उफने
भरतपुर में पहली झमाझम बारिश सोमवार को शाम हुई। करीब एक घंटे तक हुई बरसात ने नगर निगम के नाले-नालियों के सफाई के दावों की पोल खोलकर रख दी। शहर में जगह-जगह नाले-नालियां उफनने से बरसाती पानी सड़कों पर जमा हो गया। कई इलाकों में तो घरों में बरसाती पानी प्रवेश कर गया। सड़कों पर पानी जमा हो जाने के कारण करीब एक घंटे तक आवागमन थम गया। लोगों को भारी परेशनी का सामना करना पड़ा। बता दें कि अचानक सोमवार शाम 4 बजे मौसम का मिजाज बदला और आंधी के साथ बरसात का दौर शुरू हुआ। जल संसाधन विभाग की कनिष्ठ अभियंता संगीता ने बताया कि करीब घंटा-सवा घंटा में भरतपुर में 38 एमएम बारिश एवं कुम्हेर में 25 एमएम बारिश रिकॉर्ड हुई है। लंबे इतजार के बाद आई मानसून की पहली बारिश ने आमजन को सराबोर कर दिया। इससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। लोग बारिश आने के बाद झूम उठे। वहीं बच्चों को बरसात के दौरान सड़कों पर आकर बारिश के पानी में भीगकर मस्ती करते देखा गया।
एक ओर मानसून दूसरी और लू
राज्य में मौसम की अजीब ही संयोग देखने को मिलेगा। राज्य में पश्चिमी राजस्थान में जहां पांच जिलों में लू चलने की संभावना जताई जा रही है वही, दक्षिणी और पूर्वी राजस्थान में मानसून का इंतजार किया जा रहा है। मौसम केन्द्र के अनुसार दक्षिणी और पूर्वी जिलों में आंधी-बारिश का दौर रहेगा। वहीं, श्रीगंगानगर, जैसलमेर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर में लू की चेतावनी दी गई है। इन जिलों में दिन का तापमान 46 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है।