चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने का संकल्प पूरा किया जाएगा, जिससे रोगियों को सुपर स्पेशलिटी सेवाएं उनके निकट उपलब्ध हो सकें। साथ ही, युवाओं को चिकित्सा शिक्षा में नए अवसर मिलेंगे।
राजस्थान में मेडिकल क्षेत्र की क्रांति के 10 प्रमुख कदम
- 1■ मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी का निर्माण
प्रदेश की दूसरी मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी के कार्य को तेजी से पूरा किया जाएगा, जिससे मेडिकल कॉलेज की प्रबंधकीय व्यवस्थाएं मजबूत होंगी।
- 2■ नए मेडिकल कॉलेजों का समय पर निर्माण
सभी नए मेडिकल कॉलेजों के भवन समय पर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरे किए जाएंगे।
- 3■ शिक्षकों की नियुक्ति
मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सक शिक्षकों के रिक्त पदों को जल्द भरा जाएगा।
- 4■ आयुष्मान टावर और कार्डियक टॉवर का निर्माण
सवाई मानसिंह अस्पताल में आयुष्मान टावर और कार्डियक टॉवर का निर्माण शीघ्र पूरा होगा।
- 5 ■ आरयूएचएस का अपग्रेडेशन
आरयूएचएस को रिम्स (RIIMS) के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे एसएमएस अस्पताल पर मरीजों का दबाव कम हो सके। - 6 ■ तकनीकी नवाचारों का उपयोग
बड़े अस्पतालों में रोगियों को लंबी कतारों से राहत देने के लिए आधुनिक तकनीकी उपाय लागू किए जाएंगे। - 7 ■ रोगी सुविधा और सुरक्षा पर जोर
अस्पतालों में रोगी और उनके परिजनों के लिए शुद्ध भोजन, जलपान और सुरक्षा के बेहतर इंतजाम किए जाएंगे। - 8 ■ फील्ड निरीक्षण
चिकित्सा परियोजनाओं और अस्पतालों का फील्ड में दौरा कर निरीक्षण सुनिश्चित किया जाएगा। - 9 ■ समस्याओं का त्वरित समाधान
निरीक्षण में सामने आने वाली समस्याओं को जल्द निस्तारित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। - 10 ■ हर जिले में मेडिकल कॉलेज
हर जिले में मेडिकल कॉलेज का निर्माण जल्द पूरा होगा, ताकि रोगियों को उनके निकट ही सुपर स्पेशलिटी सेवाएं मिल सकें। -
सरकार की योजना का उद्देश्य
राजस्थान सरकार का यह प्रयास प्रदेश को स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इन कार्यों के पूरा होने से न केवल रोगियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि चिकित्सा के क्षेत्र में प्रदेश के युवाओं के लिए भी नई संभावनाएं खुलेंगी।