वायरल वीडियो पांच मिनट 20 सेकेंड का है। पूरा वीडियो देखने के बाद यह साफ नजर आ रहा है कि कई क्लिप्स को जोड़कर बनाया गया है। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि दो गुटों में जमकर लात घूंसे चल रहे हैं। कुछ लोग गाड़ियों में तोड़फोड़ करते साफ दिख रहे हैं। वीडियो को आगे देखते हैं तो अस्पताल में कुछ लोगों के सिर पर चोट लगी हुई है और वे अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं। वीडियो में करीब 2 मिनट बाद गुलाबचंद कटारिया नजर आ रहे हैं। वे अस्पताल के बेड पर बैठे हुए हैं। दावा किया जा रहा है कि कटारिया अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं। कटारिया के साथ कुछ कार्यकर्ता और पुलिस अधिकारी वायरल वीडियो में दिख रहे हैं।
वायरल वीडियो की पड़ताल में हुआ ये खुलासा
राजस्थान पत्रिका ने वायरल वीडियो की पड़ताल शुरू की है। पड़ताल में सामने आया है कि जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, वह 15 साल पुराना है। वर्ष 2003 में बीकानेर जिले की कोलायत में सामाजिक न्याय मंच और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी। उस वक्त कटारिया भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
पार्टी ने जारी किया बयान
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय जनाता पार्टी ने बयान जारी किया है। उदयपुर शहर के बीजेपी कार्यवाहक अध्यक्ष कुंतीलाल जैन ने बताया कि सालों पहले किसी घटित घटना को कुछ लोग तोड़मरोड़ कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो के द्वारा मिथ्यापूर्वक भ्रामक प्रचार करने और वातावरण दूषित करने का प्रयास किया जा रहा है। उसकी हम सभी कड़े शब्दों में निंदा सकते हैं। साथ ही उन्होंने आमजन और कार्यकर्ताओं से आग्रह करते हुए कहा कि इस वीडियो भ्रमित ना हों।