नए चेहरों को मौका
Amit Shah से मिलने के लिए कल्याण सिंह सहित कई राज्यों के गवर्नर पहुंचे थे। सूत्रों के मुताबिक शाह ने साफ कर दिया था कि अब नए चेहरों को ही मौका मिलेगा। पं. बंगाल में हो रही हिंसा के मद्देनजर किसी पूर्व अधिकारी को जिम्मेदारी दी जा सकती हैं। वहीं छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में नक्सलवाद को देखते हुए किसी पूर्व प्रशासक को मौका मिलेगा। राजस्थान में भाजपा के किसी बड़े नेता को राज्यपाल बनाया जा सकता है, बशर्ते उम्र 75 साल से कम हो।
Narendra Modi सरकार ने 75 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोई बड़ा पद नहीं देने का फार्मूला बनाया है। जबकि कई मौजूदा राज्यपाल 75 साल की उम्र सीमा पार कर चुके हैं। इनमें कल्याण सिंह के अलावा गुजरात के राज्यपाल ओमप्रकाश कोहली, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक, महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव आदि शामिल हैं। ये सभी राज्यपाल अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं।
– कल्याण सिंह, राजस्थान 3 सितंबर 2019
– केशरीनाथ त्रिपाठी, प. बंगाल 23 जुलाई 2019
– राम नाइक, उत्तर प्रदेश 21 जुलाई 2019
– मृदुला सिन्हा, गोवा 30 अगस्त 2019
– ओम प्रकाश कोहली, गुजरात 15 जुलाई 2019
– वजुभाई वाला, कर्नाटक 1 सिंतबर 2019
– पी सथाशिवम, केरल 4 सितंबर 2019
– सी विद्यासागर राव, महाराष्ट्र, 30 अगस्त 2019
– पदमनाभा आचार्य, नागालैंड 18 जुलाई 2019
1. मप्र की गवर्नर आनंदीबेन के पास छत्तीसगढ़ का प्रभार
2. असम के राज्यपाल जगदीश मुखी के पास मिजोरम का प्रभार
3. आंध्र के राज्यपाल ईएसएल नरसिहन के पास तेलंगाना का प्रभार