वहीं, इस औचक निरीक्षण को लेकर राजस्थान पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) ने सीएम भजनलाल शर्मा पर तंज कसते हुए कहा कि, मुख्यमंत्री जी सचिवालय में अधिकारियों के कमरे चैक करने की बजाय अगर अतिवृष्टि से परेशान किसान और आम जनता का दर्द समझने निकलते तो ज्यादा अच्छा रहता।
निरीक्षण के दौरान कई अधिकारी गैर हाजिर मिले
बताया जा रहा है कि कई अधिकारी और कर्मचारी समय पर दफ्तर नहीं पहुंचे थे, जिससे सीएम के अचानक दौरे ने स्थिति को गंभीर बना दिया। मुख्यमंत्री ने सचिवालय के मुख्य भवन का भी निरीक्षण किया और विभिन्न व्यवस्थाओं का आकलन किया। उन्होंने सचिवालय के गलियारों में कर्मचारियों से मुलाकात की और सचिवालय भवन के विस्तार की योजनाओं के बारे में जानकारी ली। साथ ही बरसात के दौरान पानी भरने और ड्रेनेज सिस्टम की भी समीक्षा की।
इसके अलावा सीएम भजनलाल ने अपने निरीक्षण के दौरान उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा, गृह विभाग, कार्मिक विभाग, मेडिकल विभाग के उच्च अधिकारियों के दफ्तरों का निरीक्षण किया। सीएम ने अधिकारियों की मौजूदगी के साथ-साथ कमरों की स्थिति को भी बारीकी से देखा। हालांकि औचक निरीक्षण में कितने अधिकारी गैर हाजिर मिले इसको लेकर आधिकारिक जानकारी नहीं आई है, लेकिन बताया जा रहा है कि कई उच्च अधिकारी है जो समय पर दफ्तर नहीं पहुंचे थे, जिनकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री ने मांगी है।
मुख्यमंत्री के दौरे के बाद सचिवाल में मचा हड़कंप
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के इस औचक निरीक्षण के बाद गैर हाजिर अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। यह कार्रवाई सेक्रेटरी शिखर अग्रवाल द्वारा पेश की जाने वाली रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी। इस रिपोर्ट को जल्द ही मुख्यमंत्री कार्यालय में पेश किया जाएगा। वहीं, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का यह दौरा साफ संकेत देता है कि वे प्रशासन में अनुशासन और जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाने के लिए तैयार हैं।