नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ( Gulab Chand Kataria ) ने शून्यकाल में आदिवासी बच्चों को गिरवी रखने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि यह झकझोर देने वाली घटना है। बांसवाड़ा में गिरवी रखे गए बच्चों के बयान गौर करने वाले हैं। बच्चे कह रहे हैं कि वे अपने माता—पिता के पास नहीं जाएंगे, क्योंकि जाएंगे तो दोबारा यही हश्र होगा। ऐसे मामले लोकसभा में भी उठ चुका है। सरकार को इस पर गंभीरता दिखानी चाहिए।
जैतारण सीएचसी में चिकित्सकों की कमी का मामला गूंजा। विधायक अविनाश ने इस पर राजनैतिक दुर्भावना का आरोप लाया। इस पर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा- सीएचसी में चिकित्सकों के 11 पद स्वीकृत हैं, इनमें से 9 लगे हुए है। इसलिए राजनैतिक दुर्भावना से काम करने का आरोप नहीं लगाएं।