राजस्थान विधानसभा चुनाव: कभी बांटते थे टिकट, आज खुद कर रहे इंतजार
सवाल- आपको दूसरी बार प्रत्याशी बनाया है क्या रणनीति रहेगी?
जवाब- शीर्ष नेतृत्व ने दूसरी बार मुझ पर विश्वास व्यक्त किया है। पिछली बार कुछ कमी रह गई थी इसलिए हर गया था, लेकिन पिछले 5 साल से लगातार जनता के बीच में रहकर काम कर रहा हूं। जनता के दुख दर्द में साथ रहा हूं। कोरोना काल में जनता को परमात्मा मानकर सेवा की है। मुझे उम्मीद है कि जनता इस बार मुझे चुनाव जीतकर विधानसभा भेजेगी।
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सवाल- आपके सामने दीया कुमारी हैं?
जवाब- यहां से भाजपा के जो मौजूदा विधायक थे, उन्होंने 5 साल कोई काम नहीं किया। इसलिए मजबूरन भाजपा को चेहरा बदलना पड़ा। सांसद दीया कुमारी को यहां से टिकट दिया है, लेकिन यहां लड़ाई राजा और रंक की है। कामदार और नामदार की है, यह बड़े लोग हैं। मैं जनता के बीच रहा हूं, फैसला जनता को करना है कि वे राजा के साथ हैं या फिर रंक के साथ है।