बना रहेगा क्वाड
बाइडेन ने कहा कि क्वाड को बढ़ाने के उनके प्रस्ताव के 4 साल बाद, चार देश- भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान पहले के मुकाबले इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में ज्यादा मजबूत हुए हैं। जबकि चुनौतियां आएंगी और दुनिया बदलेगी – क्वाड यहां रहने के लिए है। बता दें कि जो बाइडेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानी और जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ क्वाड बैठक की मेजबानी की। ये क्वाज लीडर्स समिट का छठी बैठक है। ये अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा दोनों के लिए अपने-अपने कार्यालयों से हटने से पहले एक ‘विदाई’ शिखर सम्मेलन है।
चीन को लेकर बनी रणनीति
वहीं, बैठक से पूर्व अमरीका की ओर स्पष्ट कहा गया है कि क्वाड बैठक में टॉप एजेंडा चीन की बढ़ती आक्रामकता ही रहेगा। वाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि, यह संभव नहीं कि क्वाड बैठक में हिंद प्रशांत क्षेत्र में आक्रामक चीन की सैन्य कार्रवाई के कारण पेश की गई चुनौती पर चर्चा न की जाए। इसमें इमसें चीन की अवैध कारोबारी नीतियां और ताइवान खाड़ी में तनाव जैसे मुद्दे भी उठना तय है। वहीं बाइडन प्रशासन के अन्य अधिकारियों की ओर से कहा गया कि क्वाड बैठक के बाद अभी तक का सबसे कड़ा वक्तव्य सामने आ सकता है।