गौरतलब है कि भाजपा ने तो मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में उम्मीदवारों की पहली सूची जारी भी कर दी है। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कांग्रेस उम्मीदवारों के नामों का ऐलान ऐन वक्त पर नहीं करके समय पूर्व करने की इच्छा जताई है।
… तो सांसद लड़ेंगे विधानसभा चुनाव
सूत्रों की माने पार्टी कुछ सीटों पर लोकसभा और राज्यसभा सांसदों को विधानसभा चुनाव में टिकट देकर एक बड़ा दांव आज़मा सकती है। पार्टी के पास ऐसे कई सांसद चेहरे हैं जो अपने-अपने क्षेत्रों में खासा प्रभुत्व रखते हैं और चुनाव जीत करके सीट निकालने का दम रखते हैं।
ये भी पढ़ें: उम्मीदवार चयन में Congress V/S BJP, जानें क्यों दिलचस्प है ये ‘महा-मुकाबला’?
दिलचस्प रहेगा ‘गहलोत वर्ज़ेज़’ गहलोत मुकाबला
यदि भाजपा सांसदों को कुछ सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़वाती है, तो संभावित है कि ऐसा दांव जोधपुर की हॉटेस्ट सीट सरदारपुरा में खेला जा सकता है। यहां से कांग्रेस पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही संभावित उम्मीदवार बताए जा रहे हैं, जबकि उन्हें हारने के लिए भाजपा इस सीट पर राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत या केंद्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत को चुनाव लड़वा सकती है। अगर इस तरह कि संभावना बनती है तो इस सीट पर ‘गहलोत वर्सेज़ गहलोत’ का दिलचस्प मुकाबला भी देखने को मिल सकता है।
कमज़ोर सीटों पर बड़े चेहरे
भाजपा ने राज्य की जिन 19 विधानसभा सीटों को अति कमजोर माना है। इन सीटों पर पार्टी बड़े नेताओं को चुनाव मैदान में उतार सकती है। इन नेताओं में सांसद और कुछ लोकप्रिय चेहरे भी शामिल हैं। सीएम अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा के सामने उन्हीं की जाति के सांसदों को चुनाव मैदान में उतार सकती है।
इसी तरह राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को टोडाभीम, लालसोट सीट में से किसी एक पर चुनाव लड़वाया जा सकता है। वहीं झुंझुनू से लोकसभा सांसद नरेंद्र खीचड़ को नवलगढ़ या फिर मंडावा से चुनाव लड़वाया जा सकता है।