कुम्भलगढ़ : कुम्भलगढ़ राजस्थान में उदयपुर से लगभग 84 किलोमीटर दूर स्थित एक बहुत ही खूबसूरत और प्रसिद्ध जगह में से एक है। यहां के किले की दीवारें लगभग 36 किलोमीटर लंबी है और इसे चीन की ग्रेट वॉल के बाद दुनिया की दूसरी सबसे लंबी दीवार कहा जाता है। महाराणा कुम्भा ने 15वीं सदी में इस किले का निर्माण कराया था। यहां के किले के अंदर कई सुंदर महल, मंदिर और समुद्र हैं। जैसे कि नीलकंठ महादेव मंदिर और वहां का बादल महल। कुंभलगढ़ का इतिहास और आर्किटेक्चर इसे एक महत्वपूर्ण टूरिस्ट प्लेस बनाता हैं। यहां की शांति और प्राकृतिक सौंदर्य आपको एक अनोखा अनुभव प्रदान करते हैं।
नारलाई : नारलाई राजस्थान के पाली जिले में स्थित एक छोटा सा गांव है। जो अपनी प्राचीन संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यह गांव उदयपुर से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इसके आसपास अरावली पर्वत श्रृंखला की खूबसूरत पहाड़ियां हैं। नारलाई के आस-पास की हरियाली, वन्यजीव, और प्राकृतिक स्ट्रक्चर इस गांव को और भी खूबसूरत बनाती हैं। यहां का पारंपरिक ग्रामीण जीवन इसे एक आकर्षक पर्यटन स्थल बनाते है। जो आपको शांति का अनुभव करने का मौका देता है।
देवगढ़ :
राजस्थान का एक प्रमुख पर्यटन स्थल देवगढ़ भी है। जो अपने आरामदायक महल और खूबसूरत प्राकृतिक वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यह गाँव उदयपुर से लगभग 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और अरावली पर्वत श्रृंखला के बीच स्थित है। देवगढ़ अपने आधुनिक महल और प्राकृतिक सुंदरता के लिए पर्यटकों की खास पसंद बना हुआ है। यहां से आप अरावली पहाड़ियों के बीच खड़े होकर सूर्यास्त का नजारा देखकर अनोखा अनुभव ले सकते है।
कुलधारा : कुलधरा राजस्थान में एक प्रसिद्ध पुरातात्विक स्थल है। जो उसकी अनोखी कहानी और गुप्त वातावरण के लिए जाना जाता है। यह स्थान जयपुर से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर अरावली पर्वत श्रृंखला के किनारे स्थित है। यहां के पुराने मंदिर, खंडर और छुटे हुए घरों से इसका रहस्यमयी वातावरण और भी विशेष बनता है।
खुरी : खुरी राजस्थान का एक प्रसिद्ध गांव है। जो जैसलमेर से लगभग 45 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। यहां का पारंपरिक राजस्थानी ग्रामीण जीवन और रेगिस्तानी संस्कृति खास पसंद की जाती है। खुरी की खासियत उसके रेगिस्तानी धोरे है। जिन्हें रेगिस्तान सफारी के लिए खासा माना जाता है। यहां पर पश्चिमी राजस्थान की गीतों की वादियों की वातावरणिक सुंदरता भी है। जो सूर्यास्त और सूर्योदय के समय खास रूप से मनमोहक होती है।
रणकपुर : रणकपुर राजस्थान का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां का मुख्य आकर्षण जैन धर्म के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक माना जाता है। जिसमें रणकपुर के जैन मंदिर शामिल हैं। यहां के मंदिरों में उम्मीदवारों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण और आध्यात्मिक माहौल होता है, जो टूरिस्ट को ध्यान और शांति का अनुभव करने का अवसर देता है।
खिचन : राजस्थान का एक प्रसिद्ध गांव है। जो पश्चिमी राजस्थान में बाड़मेर जिले में स्थित है। यह गांव अपने पक्षियों के लिए प्रसिद्ध है। खिचन में बागड़ा पक्षी के आगमन को देखने के लिए हजारों पर्यटक यहां आते है। पर्यटक यहां पर राजस्थानी कला, संस्कृति और खास राजस्थानी व्यंजनों का आनंद लेते है। जो इस स्थान को और भी आकर्षक बनाते है।
जवाई : जवाई राजस्थान का एक प्रसिद्ध गांव है। यह गांव राजस्थान की रोमांचक प्राकृतिक सुंदरता और वन्य जीवन के लिए प्रसिद्ध है। यहां सुंदर जंगली जानवरों की सुरक्षा की जाती है और यहां के विशाल बावड़ियों में शिकार करने का अवसर मिलता है। यहां की जलवायु और तटीय इलाकों में पक्षियों की विविधता (किस्म) भी बहुत आकर्षक है। जवाई गांव में टूरिस्ट के लिए कुछ अच्छे होटल और अतिथि गृह है जो सुविधाजनक और आरामदायक होते है।
इन गांवों और स्थलों की धरोहर, कला, और संस्कृति अपने आप में एक कहानी समेटती है और यात्रियों को एक नया दृष्टिकोण प्रदान करती है। इन अनजानी जगहों को जरूर देखना चाहिए। ताकि हम अपनी संस्कृति और धरोहर को समझ सकें और इसे आगे बढ़ा सकें।