कोरोनाकाल में यात्रीभार कम मिलने और अतिरिक्त खर्चे को देखते हुए लो-फ्लोर बसों के किराए में छह साल बाद वृद्धि की गई है। न्यूनतम किराया सात रुपए से बढ़ाकर 10 रुपए कर दिया गया है। वहीं, एसी बसों का न्यूनतम किराया 10 रुपए से बढ़ाकर 20 रुपए कर दिया गया है।
अधिकारियों का तर्क है कि 2014 के बाद लो-फ्लोर बसों का किराया नहीं बढ़ाया गया। लो-फ्लोर बसों के किराए में बढ़ोतरी देख मिनी बस एसोसिएशन ने भी किराया वृद्धि की घोषणा कर दी। गौरतलब है कि जेसीटीएसएल के पास तकरीबन 200 बस वर्तमान में हैं, लेकिन शुरुआती दिनों में 100 बसों का संचालन किया जाएगा। इसके बाद बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। बसों में डिजिटल भुगतान करने पर पांच फीसदी कैशबैक भी मिलेगा।
ऐसे होगा बसों का संचालन-
– आगारों से सभी बसें सुबह 5.30 बजे संचालित होंगी
– बसों का संचालन सुबह 6 बजे से 11 बजे और शाम चार बजे से रात आठ बजे तक होगा।
– सुबह 11 से शाम 4 बजे के बीच आधे शेड्यूल ही संचालित किए जाएंगे
– सभी बसें सेनेटाइज के बाद ही चलेंगी
ये रहेगा अब लो-फ्लोर बसों का किराया-
नॉन एसी बसों के लिए-
दूरी किमी में किराया रुपए में
0-2-10
2-4-20
4-8-20
8-12-30
12-20-40
20-28-50
28-40-60
40-52-70
52-62-80
एसी बसों का किराया
0-4-20
4-8-30
8-12-30
12-16-40
16-20-50
20-24-60
24-30-70
चुनौती भरे सफर में सावधानियां बरतने की जरूरत
शहर में चार महीने बाद फिर से शहर की परिवहन सेवा लौटी है। ऐसे में सभी ही जिम्मेदारी भी बनती है कि पूरी तरह से गाइडलाइन की पालना करते हुए यात्रा करें। वहीं, बसों में संक्रमण नहीं फैले, इसके लिए सावधानी बरती जाए। खास तौर से बसों के अंदर मास्क लगाए रखना जरूरी है। वहीं, बैठने से पहले सीट को हैंडल को सेनेटाइज किया जाना चाहिए। मिनी बसों में एक ही गेट होने के कारण सोशल डिस्टेंसिंग रखवाना जरूरी होगा। यात्री खुद ही भीड़ वाली बसों में नहीं बैठै।
गृह विभाग ने जारी की गाइड लाइन
बसों के मालिक, संचालक, प्रभारी प्रत्येक यात्रा से पहले और यात्रा के बाद सीटों और छूने के स्थानों का उपयुक्त सेनिटाइजेशन करना होगा। बसों में बैठने वाले यात्री, ड्राइवर और कंडक्टर की ओर से फेस मास्क पहनना और पर्याप्त सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करनी होगी।